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फिल्मों के महाकुंभ ‘IFFI’ में जीवंत हो रहा है सिनेमा का जादू, गोवा के खूबसूरत तट पर मंत्रमुग्ध करने वाली सिनेमाई यात्रा शुरू

फिल्मों के महाकुंभ ‘IFFI’ में जीवंत हो रहा है सिनेमा का जादू, गोवा के खूबसूरत तट पर मंत्रमुग्ध करने वाली सिनेमाई यात्रा शुरू
  • PublishedNovember 21, 2023

इस दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भारत में विदेशी फिल्म निर्माण के लिए प्रोत्साहन राशि 2.5 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 30 करोड़ रुपये करने की घोषणा की। इस संबंध में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, सरकार भारत को फिल्म शूटिंग के लिए सबसे पसंदीदा गंतव्य-स्थल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। आईएफएफआई वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा में अंतर्निहित है।

गोवा में 54वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) का भव्य शुभारंभ हो गया है। इसी के साथ गोवा के खूबसूरत तट पर मंत्रमुग्ध कर देने वाली सिनेमाई यात्रा शुरू हो गई है। इस समारोह का उद्घाटन सोमवार को केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने बम्बोलिम के श्यामा प्रसाद मुखर्जी इंडोर स्टेडियम में किया।

भारत में विदेशी फिल्म निर्माण के लिए की प्रोत्साहन राशि की घोषणा

इस दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भारत में विदेशी फिल्म निर्माण के लिए प्रोत्साहन राशि 2.5 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 30 करोड़ रुपये करने की घोषणा की। इस संबंध में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, सरकार भारत को फिल्म शूटिंग के लिए सबसे पसंदीदा गंतव्य-स्थल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। आईएफएफआई वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा में अंतर्निहित है।

ब्रिटिश फिल्म ‘कैचिंग डस्ट’ से हुआ शुभारंभ

9 दिवसीय फिल्मों के इस महाकुंभ की शुरुआत ब्रिटिश फिल्म ‘कैंचिंग डस्ट’ से हुई। स्टुअर्ट गैट की निर्देशित इस फिल्म में एरिन मोरियार्टी, जय कर्टनी, दीना शिहाबी, रयान कोर, जोस अल्टिट, गैरी फैनिन और ओल्वेन फॉरे सहित कई कलाकार हैं। निर्देशक स्टुअर्ट गैट मिश्रित एशियाई विरासत के एक पुरस्कार विजेता ब्रिटिश फिल्म निर्माता हैं, जिनकी कहानियां अक्सर सामयिक सामाजिक विषयों से प्रभावित होती हैं।

ज्ञात हो अगले 8 दिनों तक गोवा एशिया के सबसे बड़े फिल्म महोत्सवों में से एक की भव्यता में रंगा रहेगा। मनोरंजक नाटकों से लेकर विचारोत्तेजक वृत्तचित्रों और अवंत-गार्डे प्रयोगात्मक फिल्मों तक, आईएफएफआई 2023 सिने प्रेमियों और उद्योग के पेशेवरों को समान रूप से लुभाने के लिए तैयार है। प्रसिद्ध फिल्म निर्माता, प्रतिभाशाली अभिनेता और सिनेमा की दुनिया के दूरदर्शी लोग इस उत्सव की शोभा बढ़ाएंगे, चर्चा, सहयोग और कहानी सुनाने के साझा जुनून को बढ़ावा देंगे।

कितनी फिल्में की जाएंगी प्रदर्शित ?

उल्लेखनीय है कि 54वें आईएफएफआई के ‘अंतरराष्ट्रीय खंड’ में 198 फिल्में होंगी, जो 53वें आईएफएफआई से 18 अधिक हैं। इसमें 13 विश्व प्रीमियर, 18 अंतरराष्ट्रीय प्रीमियर, 62 एशिया प्रीमियर और 89 भारत प्रीमियर होंगे। इस वर्ष आईएफएफआई को 105 देशों से रिकॉर्ड संख्या में 2926 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 3 गुना अधिक अंतरराष्ट्रीय प्रविष्टियां हैं।

गोल्डन पीकॉक पुरस्कार के लिए कितनी फिल्मों में प्रतिस्पर्धा ?

सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज (ओटीटी) पुरस्कार के लिए 15 ओटीटी प्लेटफॉर्म से 10 भाषाओं में कुल 32 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं। इस वर्ष प्रतिष्ठित गोल्डन पीकॉक पुरस्कार के लिए 15 फीचर फिल्में (12 अंतरराष्ट्रीय फिल्में और तीन भारतीय फिल्में) प्रतिस्पर्धा करेंगी। इसके अलावा विभिन्न भाषाओं में डब की गई भारतीय पैनोरमा फिल्में भी दिखाई जाएंगी।

‘भारतीय पैनोरमा’ खंड में कितनी फिल्में होंगी प्रदर्शित ?

‘भारतीय पैनोरमा’ खंड में भारत की 25 फीचर फिल्में और 20 गैर-फीचर फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। फीचर खंड में ओपनिंग फिल्म मलयालम फिल्म “अट्टम” है, और गैर-फीचर खंड में ओपनिंग फिल्म मणिपुर की “एंड्रो ड्रीम्स” है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग 20 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि दर के बल पर दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा और सबसे वैश्वीकृत उद्योग है। इसे और अधिक विस्तार देने के लिए आईएफएफआई में सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज (ओटीटी) पुरस्कार की शुरुआत की गई है।