रंग बिरंगी लाइटों से सज कर बाजार तैयार, ‘लोकल फॉर वोकल’ मुहिम का दिख रहा असर
दुकानदारों को उम्मीद है कि इस बार धनतेरस का बाजार काफी अच्छा रहेगा।
धनतेरस के साथ ही शुक्रवार 10 नवंबर से पांच दिवसीय दीपावली की शुरूआत हो जएगी। 10 नवंबर को धन त्रयोदशी, 11 को नरक चतुर्दशी, 12 को दिवाली, 13 को गोवर्द्धन पूजा और उसके बाद भाई दूज का त्यौहार मनाया जायगा। धतेरस को लेकर देशभर के बाजार सज चुके हैं। ऐसे में कारिबोरियों को इस बार काफी उम्मीद है साथ ही लोकल फॉल लोकल की मुहिम भी आगे बढ़ रही है।
हिंदू मान्यता के अनुसार धनतेरस के दिन खरीदारी करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न रहती हैं। इसलिए इसे काफी शुभ माना जाता है। ऐसे में सोने-चांदी की ज्वेलरी के अलावा बर्तन, झाड़ू से लेकर टीवी, फ्रीज, वाशिंग मशीन, होमथियेटर, सहित सजावटी सामानों से पूरा बाजार अटा पड़ा है।
धनतेरस पर कारोबारियों को उम्मीद
उधर छोटे से लेकर बड़े शहरों में ऑटो बाइक, कार, फर्निचर आदि की दुकानों को झालरों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है। दुकानदारों को उम्मीद है कि इस बार धनतेरस का बाजार काफी अच्छा रहेगा। दुकानदार भी ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए दो पहिया और चार पहिया वाहनों, ज्वलेरी, बर्तन आदि की खरीदारी में छूट और उपहार देने की घोषणा कर रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि दुर्गा पूजा के बाद बाजार में हल्की तेजी आई है। कारोबारियों को उम्मीद है कि इस बार धनतेरस का बाजर काफी अच्छा रहेगा।
कुम्हारों की उम्मीदें परवान चढ़ी
वहीं दीपावली में सबसे अधिक महत्व मिट्टी के दीयों की है। मिट्टी के दीये बनाने वाले कुम्म्हार समाज के लोगों को उम्मीद है कि इस बार म्ट्टिी दीयों और खिलौनों की अच्छी बिक्री होगी। दिवाली को लेकर बाजार में इस बार सुंदर दीयों के साथ ही आकर्षक डिजाइन के बर्तन और खिलौने उपलब्ध हैं। पीएम मोदी के वोकल फॉर लोकल आंदोलन को देशभर में काफी गति मिल रही है और उन्होंने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने पर एक प्रेरणादायक वीडियो साझा किया। पीएम मोदी ने लोगों से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि त्योहारों के दौरान उनकी प्राथमिकता “वोकल फॉर लोकल” है। साथ ही पीएम ने नागरिकों से नमो ऐप पर स्वदेशी उत्पादों के साथ सेल्फी साझा करने और यूपीआई के माध्यम से डिजिटल भुगतान करने का भी आग्रह किया। ‘वोकल फॉर लोकल’ का सार न केवल स्थानीय उत्पादों का उत्पादन और उपयोग करना है बल्कि उन्हें बढ़ावा देना भी है। यह पहल स्थानीय बाजारों के विकास को बढ़ावा देने, क्षेत्र के भीतर बड़ी संख्या में व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने की दिशा में तैयार की गई है।