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जैविक उत्पाद को बढ़ावा देने पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार को संबोधित करेंगे अमित शाह

जैविक उत्पाद को बढ़ावा देने पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार को संबोधित करेंगे अमित शाह
  • PublishedNovember 7, 2023

एक दिवसीय सेमिनार में एनसीओएल के उद्देश्यों, जैविक उत्पादों के महत्व के साथ-साथ छोटे और सीमांत किसानों के उत्थान में सहकारी समितियों की भूमिका पर भी चर्चा होगी।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह बुधवार (8 नवंबर) को आईसीएआर कन्वेंशन सेंटर, नई दिल्ली में राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (NCOL) द्वारा जैविक उत्पाद को बढ़ावा देने पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर गृह मंत्री एनसीओएल के लोगो का शुभारंभ करेंगे इसके साथ ही एनसीओएल सदस्यों को सदस्यता प्रमाण पत्र भी वितरित करेंगे। एक दिवसीय सेमिनार में एनसीओएल के उद्देश्यों, जैविक उत्पादों के महत्व के साथ-साथ छोटे और सीमांत किसानों के उत्थान में सहकारी समितियों की भूमिका पर भी चर्चा होगी।

पीएम मोदी के सहकार से समृद्धि के विज़न के अनुरूप, भारत को जैविक उत्पादों में विश्व में अग्रणी बनाने के लिए एनसीओएल (NCOL) की स्थापना एक राष्ट्रीय स्तर की बहु-राज्य सहकारी समिति के रूप में की गई है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था, मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत और लोकल से ग्लोबल की दिशा में जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय स्तर की सहकारी समिति की स्थापना एक महत्वपूर्ण क़दम है।

क्या है एनसीओएल के उद्देश्य?

एनसीओएल के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए विभिन्न गतिविधियों, जिनमें शोध एवं विकास (R&D) और एक ज्ञान संग्रह केंद्र स्थापित करना शामिल हैं, के तहत कार्य किया जाएगा। इसके अलावा एनसीओएल जैविक उत्पादों के उत्पादन में शामिल सहकारी क्षेत्र और संबंधित संस्थाओं को सहायता भी प्रदान करेगा, जिसमें वित्तपोषण, क्षमता निर्माण, तकनीकी मार्गदर्शन, मार्केट इंटेलिजेंस सिस्टम की स्थापना और रखरखाव आदि शामिल हैं।

एनसीओएल का लक्ष्य ?

एनसीओएल का लक्ष्य जैविक उत्पादक किसानों और उत्पादक संगठनों को बाजार तक सीधी पहुंच प्रदान करते हुए उपज पर मुनाफा बढ़ाना है। एक मजबूत ब्रांड के तहत राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक पहुंच मिलने से एनसीओएल के सदस्यों को उनकी जैविक उपज के लिए बेहतर रिटर्न मिल सकेगा। एनसीओएल संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण (Whole of Government Approach) के तहत, भारत सरकार के संबंधित मंत्रालयों के सहयोग से देशभर में विभिन्न सहकारी समितियों और संबंधित संस्थानों द्वारा उत्पादित जैविक उत्पादों की संपूर्ण सप्लाई चेन का प्रबंधन करके एक अम्ब्रेला संगठन के रूप में कार्य करेगा। यह सहकारी समितियों द्वारा उत्पादित जैविक उत्पादों के कलेक्शन, ब्रान्डिंग, और मार्केटिंग का कार्य और इन्हें बढ़ावा देगा। कोई भी सहकारी समितियां व्यक्तियों की संस्था जो केन्द्रीय रजिस्ट्रार द्वारा अनुमोदित हो एनसीओएल का सदस्य बन सकती है। अब तक लगभग 2000 सहकारी समितियां एनसीओएल की सदस्य बन चुकी हैं या सदस्यता के लिए आवेदन कर चुकी हैं।

देश की तीन प्रमुख सहकारी समितियों ने संयुक्त रूप से एनसीओएल को प्रमोट किया

एनसीओएल को 25 जनवरी 2023 को मल्टी-स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटीज एक्ट, 2002 के तहत पंजीकृत किया गया था। देश की तीन प्रमुख सहकारी समितियों- नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NCCF), गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (GCMMF) और नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NAFED) और भारत सरकार के दो प्रमुख वैधानिक निकाय राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) और राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (NCDC) ने संयुक्त रूप से एनसीओएल को प्रमोट किया है।

सेमिनार में 1000 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे

इस सेमिनार के दौरान जैविक उत्पादन समय की आवश्यकता, जैविक उत्पादों के लिए प्रमाणन प्रक्रिया और मानदंड, जैविक प्रमाणन प्रयोगशालाओं का महत्व आदि विषयों पर तकनीकी सत्र भी आयोजित होंगे। संगोष्ठी में एनसीओएल के सदस्यों, भारत सरकार/राज्य/केंद्रशासित प्रदेश के अधिकारियों, बहु-राज्य सहकारी समितियाँ / वित्तीय संस्थाएं /सहकारी संघ/जिला सहकारी संघ/जैविक प्रमाणन निकाय और परीक्षण प्रयोगशालाएं, जैविक क्षेत्र के विशेषज्ञ और देश भर से अन्य जैविक उत्पादक हितधारक सहित 1000 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे और बड़ी संख्या में प्रतिभागी ऑनलाइन भी जुड़ेंगे।