6G के क्षेत्र में भी लीडर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा भारत: पीएम मोदी
भारत नेट प्रोजेक्ट ने अब तक करीब 2 लाख ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी से जोड़ा है।
पीएम मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली में प्रगति मैदान के भारत मंडपम में तीन दिवसीय इंडिया मोबाइल कांग्रेस-2023 के सातवें संस्करण का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हम न सिर्फ भारत में तेजी से 5G का विस्तार कर रहे हैं, बल्कि 6G के क्षेत्र में भी लीडर बनने की दिशा में बढ़ रहे हैं।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस के 7वें संस्करण में प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी में तेजी से बदलती दुनिया के समय में आयोजित यह कार्यक्रम करोड़ों लोगों का भविष्य बदलने की क्षमता रखता है। एक समय था जब हम भविष्य की बात करते थे, तो उसका अर्थ अगला दशक, 20-30 साल का समय या फिर अगली शताब्दी होता था। आज हर दिन टेक्नोलॉजी में तेजी से होते परिवर्तन के कारण हम कहते हैं कि भविष्य यहीं और अभी है। पीएम ने कहा कि 125 मिलियन उपयोगकर्ता आधार के साथ भारत 5G-सक्षम देशों में शीर्ष 3 से एक है। कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शनी में लगे स्टॉल्स का उल्लेख करते हुए पीएम ने कहा कि इस प्रदर्शनी में मैंने उसी भविष्य की झलक देखी। टेलीकॉम हो, टेक्नोलॉजी हो, कनेक्टिविटी हो, 6जी हो,AI हो, साइबर सिक्योरिटी हो, सेमीकंडक्टर हो, ड्रोन या स्पेस सेक्टर हो या फिर दूसरे सेक्टर्स, आने वाला समय बिल्कुल ही अलग होने जा रहा है।
भारत में दुनिया का सबसे तेज़ 5G रोलआउट
उन्होंने कहा कि ये हम सभी के लिए खुशी की बात है कि हमारी युवा पीढ़ी देश के भविष्य का नेतृत्व कर रही है, हमारी टेक रेवोल्यूशन को लीड कर रही है। पिछले वर्ष हम यहां 5जी रोलआउट के लिए एकत्र हुए थे। उस ऐतिहासिक कार्यक्रम के बाद पूरी दुनिया भारत को हैरत भरी नजरों से देख रही थी। आखिर भारत में दुनिया का सबसे तेज 5G रोलआउट हुआ था। हम उस सफलता के बाद भी रुके नहीं। हमने 5जी को भारत के हर नागरिक तक पहुंचाने का काम शुरू किया। यानी हम रोलआउट स्तर से रीच आउट स्तर तक पहुंचे।
देश में लगभग 4 लाख 5G बेस स्टेशन
पीएम मोदी ने कहा कि 5G के लॉन्च के एक साल के भीतर ही भारत में लगभग 4 लाख 5G बेस स्टेशन बन गए हैं। इनसे देश के 97 प्रतिशत शहरों और 80 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या को कवर किया जा रहा है। हम न सिर्फ भारत में तेजी से 5G का विस्तार कर रहे हैं, बल्कि 6G के क्षेत्र में भी लीडर बनने की दिशा में बढ़ रहे हैं।
विकास का लाभ हर वर्ग, हर क्षेत्र तक पहुंचाने का लक्ष्य
उन्होंने कहा कि भारत में , भारत में संसाधनों का सभी को लाभ मिले, सभी को सम्मानजनक जीवन मिले और सभी तक टेक्नोलॉजी का फायदा पहुंचे, इस दिशा में हम तेजी से काम कर रहे हैं। मेरे लिए यही सबसे बड़ा सामाजिक न्याय है। नागरिकों के लिए पूंजी तक पहुंच, संसाधनों तक पहुंच और प्रौद्योगिकी तक पहुंच हमारी सरकार की प्राथमिकता में है।
2 लाख ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत नेट प्रोजेक्ट ने अब तक करीब 2 लाख ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी से जोड़ा है। हमारी अटल टिंकरिंग लैब के पीछे भी यही विचार है। 10 हजार लैब्स के जरिए हम करीब 75 लाख बच्चों को अग्रणी तकनीक से जोड़ पाए हैं। उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों में भारत की सबसे महत्वपूर्ण सफलता की कहानियों में हमारा स्टार्टअप इकोसिस्टम भी एक महत्वपूर्ण स्थान ले चुका है। बहुत कम समय में हमने यूनिकॉर्न का शतक लगाया है और हम दुनिया के टॉप 3 स्टार्टअप इकोसिस्टम में से एक बने हैं। 2014 से पहले भारत के पास मात्र कुछ सौ स्टार्टअप थे। अब ये संख्या 1 लाख के आसपास पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि भारत का सेमीकंडक्टर मिशन सिर्फ अपनी घरेलू डिमांड ही नहीं बल्कि दुनिया की जरूरत पूरी करने के मिशन पर आगे बढ़ रहा है।
80 हजार करोड़ रुपये की पीएलआई योजना
पीएम मोदी ने आगे कहा कि तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों की सफलता के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि हम भारत में एक मजबूत सेमीकंडक्टर विनिर्माण क्षेत्र का निर्माण करें। उन्होंने बताया कि सेमीकंडक्टर के विकास के लिए 80 हजार करोड़ रुपये की पीएलआई योजना चल रही है। आज दुनिया भर की सेमीकंडक्टर कंपनियां भारतीय कंपनियों के साथ मिलकर सेमीकंडक्टर असेंबली और परीक्षण सुविधाओं में निवेश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत का सेमीकंडक्टर मिशन न केवल अपनी घरेलू मांग बल्कि दुनिया की जरूरतों को भी पूरा करने के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहा है।
बता दें कि इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) एशिया का सबसे बड़ा दूरसंचार, मीडिया और प्रौद्योगिकी मंच है और 27 से 29 अक्टूबर, 2023 तक आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन दूरसंचार और प्रौद्योगिकी में भारत की अविश्वसनीय प्रगति को उजागर करने और महत्वपूर्ण बातें सामने लाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेगा। घोषणाएं और स्टार्ट-अप को अपने नवीन उत्पादों और समाधानों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करते हैं।