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ग्लोबल इंडियन मैरीटाइम समिट में समुद्री क्षेत्र के लिए 70 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए

ग्लोबल इंडियन मैरीटाइम समिट में समुद्री क्षेत्र के लिए 70 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए
  • PublishedOctober 19, 2023

ग्लोबल इंडियन मैरीटाइम समिट 2023 में आज ₹2.37 लाख करोड़ के रिकॉर्ड निवेश और रिकॉर्ड संख्या में 70 एमओयू पर हस्ताक्षर के साथ देश के सतत विकास में एक नए युग की शुरुआत हुई है। यह बात केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल दुनिया के सबसे बड़े समुद्री शिखर सम्मेलनों में से एक, ग्लोबल इंडियन मैरीटाइम समिट (जीएमआईएस) 2023 में कल (बुधवार), 18 अक्टूबर को दूसरे दिन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर समारोह के बाद कही। सर्बानंद सोनोवाल ने इटली, तंजानिया और श्रीलंका के मंत्रियों के साथ मंत्री स्तरीय द्विपक्षीय बैठकें भी कीं। इन द्विपक्षीय बैठकों में समुद्री संबंधों को और मजबूत और प्रगाढ़ करने के लिए कई मुद्दों पर चर्चा हुई ।

समुद्री क्षेत्र के विभिन्न उद्योगों में लगभग 70 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर

ग्लोबल इंडियन मैरीटाइम समिट (जीएमआईएस) 2023 में कल 2.37 लाख करोड़ रुपये का भारी निवेश हुआ है। दिन के दौरान बंदरगाह विकास और आधुनिकीकरण, हरित हाइड्रोजन और अमोनिया, बंदरगाह आधारित विकास, उद्योग और वाणिज्य, जहाज निर्माण, ज्ञान साझाकरण और बंदरगाह कनेक्टिविटी जैसे समुद्री क्षेत्र के विभिन्न उद्योगों में लगभग 70 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। निरंतर विकास पर केंद्रित समझौता ज्ञापनों पर केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री और आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री श्रीपद नाईक और शांतनु ठाकुर की उपस्थिति में हस्ताक्षर हुए।

भारत हरित टिकाऊ परिवहन की ओर आगे बढ़ रहा है

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि ग्लोबल इंडियन मैरीटाइम समिट (जीएमआईएस) 2023 के साथ भारत आत्मविश्वास से हरित टिकाऊ परिवहन की ओर आगे बढ़ रहा है। ग्लोबल इंडियन मैरीटाइम समिट, 2023 में आज ₹2.37 लाख करोड़ के रिकॉर्ड निवेश और रिकॉर्ड संख्या में 70 एमओयू पर हस्ताक्षर के साथ देश के सतत विकास में एक नए युग की शुरुआत हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि समुद्री क्षेत्र एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है क्योंकि इसने भारत के लिए हरित टिकाऊ परिवहन की दिशा में आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त किया है। सोनोवाल ने कहा कि पीएम मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में, भारत ने पिछले 9 वर्षों में ऐतिहासिक विकास का अनुभव किया है। समुद्री क्षेत्र कोई अपवाद नहीं है क्योंकि हम भावी विकास के विभिन्न आयामों पर प्रमुखता से जोर दे रहे हैं।

मजबूत समुद्री संबंध बनाने के लिए चिन्हित उद्योगों पर समुद्री सहयोग बढ़ाने पर सहमति

सर्बानंद सोनोवाल ने इटली, तंजानिया और श्रीलंका के मंत्रियों के साथ मंत्री स्तरीय द्विपक्षीय बैठकें भी कीं। पहली बैठक इटली के उप मंत्री, बुनियादी ढांचे और परिवहन (बंदरगाह मंत्री) एडोआर्डो रिक्सी के साथ थी। इस बैठक में पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के सचिव टी. के. रामचंद्रन भी उपस्थित थे। दोनों मंत्री दोनों देशों के बीच मजबूत समुद्री संबंध बनाने के लिए चिन्हित उद्योगों पर समुद्री सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए। दूसरी बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने ज़ांज़ीबार, तंजानिया के ब्लू इकोनॉमी और मत्स्य पालन मंत्री सुलेमान मसूद मैडम से मुलाकात की। तीसरी बैठक में, श्रीलंका के बंदरगाह, जहाजरानी एवं विमानन मंत्री सिरीपाला डी सिल्वा ने केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल से मुलाकात की। दोनों मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच समुद्री संबंधों को और मजबूत और प्रगाढ़ करने के लिए कई मुद्दों पर चर्चा की।

भारत और बांग्लादेश बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए

राष्ट्रीय जलमार्ग 2 (ब्रह्मपुत्र) के माध्यम से समुद्री व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा देने के लिए भारत बांग्लादेश चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (आईबीसीसीआई) और ए टू जेड एग्जिट के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। समझौता ज्ञापन भारत और बांग्लादेश के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में विभिन्न बिंदुओं पर माल ढुलाई की संभावना तलाशने के लिए एक रूपरेखा तैयार करता है। यह पहल भारत में बंदरगाहों का उपयोग करके भारत, बांग्लादेश और किसी अन्य देश से या भूटान से माल आयात करने के लिए आवश्यक व्यापार की मात्रा को सुविधाजनक बनाने में मदद करेगी। समिट में पर्यटन राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाईक ने सत्र के दौरान क्रूज पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न उपायों और पहलों के बारे में जानकारी दी।