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पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के बीच द्विपक्षीय बैठक, फ्रांस ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्यता को दिया समर्थन

पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के बीच द्विपक्षीय बैठक, फ्रांस ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्यता को दिया समर्थन
  • PublishedSeptember 11, 2023

पीएम मोदी ने G20 के सफल आयोजन के बाद रविवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इन दोनों राजनेताओं ने जुलाई 2023 में पेरिस में आयोजित अपनी आखिरी बैठक के बाद से लेकर अब तक द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति पर व्‍यापक चर्चा की। इसके साथ ही राष्ट्रपति मैक्रों ने मिशन चंद्रयान 3 की भारत की सफलता पर पीएम मोदी को बधाई दी।

दोनों नेताओं के बीच विस्तार से हुई चर्चा
मुलाकात के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए अपने सहयोग का विस्तार करने की आवश्यकता पर जोर दिया। दोनों नेताओं ने रक्षा, अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन, शिक्षा और लोगों से लोगों के बीच संपर्क के क्षेत्रों में सहयोग के लिए नए और महत्वाकांक्षी लक्ष्यों के कार्यान्वयन पर समग्र प्रगति और अगले कदमों पर चर्चा की।

परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्यता के लिए समर्थन
दोनों नेताओं ने मजबूत भारत-फ्रांस असैन्य परमाणु संबंधों, जैतापुर परमाणु संयंत्र परियोजना के लिए चर्चा में अच्छी प्रगति को स्वीकार किया और एसएमआर और एएमआर प्रौद्योगिकियों के सह-विकास के लिए दोनों पक्षों की निरंतर भागीदारी का स्वागत किया। फ्रांस ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्यता के लिए अपने दृढ़ और अटूट समर्थन को दोहराया।

उन्नत रक्षा प्रौद्योगिकी जैसे कई क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा
दोनों नेताओं ने उन्नत रक्षा प्रौद्योगिकी और प्लेटफार्मों के डिजाइन, विकास, परीक्षण और निर्माण में साझेदारी के माध्यम से रक्षा सहयोग को मजबूत करने और इंडो-पैसिफिक और उससे आगे के तीसरे देशों सहित भारत में उत्पादन का विस्तार करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। इस संदर्भ में उन्होंने रक्षा औद्योगिक रोडमैप को शीघ्र अंतिम रूप देने का भी आह्वान किया।

डिजिटल, विज्ञान, तकनीकी नवाचार, शिक्षा, संस्कृति, स्वास्थ्य और पर्यावरण सहयोग जैसे क्षेत्रों पर जोर देते हुए दोनों नेताओं ने इंडो-पैसिफिक के लिए इंडो-फ्रेंच कैंपस के मॉडल पर इन क्षेत्रों में संस्थागत संबंधों को मजबूत करने का आह्वान किया। इस संदर्भ में उन्होंने सांस्कृतिक आदान-प्रदान का विस्तार करने और संग्रहालयों के विकास में मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता भी दोहराई।

अफ्रीकी संघ की सदस्यता का भी स्वागत किया
प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 की भारत की अध्यक्षता के लिए फ्रांस के निरंतर समर्थन के लिए राष्ट्रपति मैक्रों को धन्यवाद दिया, जिसने वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने और अधिक स्थिर वैश्विक व्यवस्था बनाने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में समावेशिता, एकता और एकजुटता को आगे बढ़ाया। भारत और फ्रांस ने जी-20 में अफ्रीकी संघ की सदस्यता का भी स्वागत किया और अफ्रीका की प्रगति, समृद्धि और विकास के लिए एयू के साथ काम करने पर विचार किया।