निवर्तमान प्रधानमंत्री हुन सेन के बेटे हुन मानेट बने कंबोडिया के नए पीएम
कंबोडिया को अपना नया प्रधानमंत्री मिल गया है। 38 साल बाद मिला कंबोडिया को हुन मानेट के रूप में अपना नया पीएम मिला है।
कंबोडिया को 38 साल बाद एक नए प्रधानमंत्री मिल गए हैं। निवर्तमान प्रधानमंत्री हुन सेन के बेटे हुन मानेट को कंबोडिया का प्रधानमंत्री चुना गया है। अबतक कंबोडिया सेना में जनरल के रूप में अपनी भूमिका अदा कर रहे हुन मानेट अब पीएम के रूप में शासन करेंगे। 45 वर्षीय हुन मानेट को संसद के निचले सदन के सभी 123 सदस्यों द्वारा पीएम पद के लिए चुना है। यह चयन उन सभी के मतदान के बाद पूर्ण किया गया है।
कौन हैं हुन मानेट?
हुन मानेट का जन्म 20 अक्टूबर 1977 को हुआ था। मानेट एक कंबोडियाई राजनीतिज्ञ और जनरल हैं। अपनी राजनीतिक नियुक्ति से पहले, उन्होंने रॉयल कंबोडियन सशस्त्र बल (आरसीएएफ) में डिप्टी कमांडर-इन-चीफ और रॉयल कंबोडियन सेना के कमांडर के रूप में कार्य किया है। वह निवर्तमान हुन सेन और बन रानी के सबसे बड़े बेटे हैं। अब वो कंबोडिया के प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्य देखेंगे।
38 साल बाद कंबोडिया को मिला नया पीएम!
71 वर्षीय हुन सेन 1985 से कंबोडिया के प्रधानमंत्री थे। लगभग 40 साल तक एक देश का नेतृत्व करने वाले हुन सेन एशिया के सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले नेता हैं। इस बार आम चुनावों में हुन सेन की पार्टी कंबोडियन पीपुल्स पार्टी (सीपीपी) को जीत मिली थी। नेशनल असेंबली में कुल सदस्यों की संख्या 125 है। चुनावी नतीजों में 120 पर हुन सेन की पार्टी सीपीपी ने जीत दर्ज़ की थी। इसके अलावा रॉयलिस्ट फनसिनपेक पार्टी ने 5 सीटों पर विजय प्राप्त की थी। जुलाई में आए नतीजों के बाद ही सेन ने अपने पद से हटने का ऐलान कर दिया था। हुन सेन ने अपने बेटे को अपना उत्तराधिकारी तो बनाया ही है, इसके साथ ही नई कैबिनेट में भी पुराने चेहरों को हटा नए और युवा चेहरों को शामिल करने की चर्चा है।
123 वोटों के साथ हुन मानेट को चुना गया पीएम
अबतक कंबोडिया सेना का नेतृत्व कर रहे हुन मानेट को निचले सदन के कुल 123 सदस्यों ने वोट देकर पीएम पद के लिए चुना है। ये 125 में से 123 वो सदस्य हैं जो मतदान के दौरान सदन में मौजूद थे।