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केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गांधीनगर, गुजरात में भारतीय शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान के छठे दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गांधीनगर, गुजरात में भारतीय शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान के छठे दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए
  • PublishedAugust 14, 2023

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गांधीनगर,गुजरात में भारतीय शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान(IITE) के छठे दीक्षांत समारोहमें मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए। इस अवसर पर गुजरात के राज्यपाल व IITEके कुलाधिपतिश्री आचार्य देवव्रतजीसहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा किशिक्षकों की शिक्षा यूनिवर्सिटी बनाने का विचार केवल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी को ही आ सकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने ही भारतीय शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान की कल्पना की, उन्होंने न केवल IITE बल्कि रक्षा यूनिवर्सिटी, फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी, योग यूनिवर्सिटी और चाइल्ड यूनिवर्सिटी की कल्पना भी की है।उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया ने डॉक्टर, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट के एक्स्पर्ट्स जैसे प्रोफेशनल्स बनाने का विचार किया लेकिन मोदी जी ने प्रोफेशनल बनाने वाले शिक्षक को अच्छे तरीके से पढ़ा कर एक समर्पित गुरु बनाने का सोचाऔरIITE की शुरुआत की गयी।श्री शाह ने कहा किप्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी ने शिक्षा के माध्यम से देश के सभी क्षेत्रोंकी आवश्यकताओं की पूर्ति करने का समग्रता से विचार करने का काम किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में बनी नई शिक्षा नीति में हजारों वर्षों से संचित ज्ञान के भंडार के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा के नए आयामों को भी समाहित किया गया है। उन्होंनेकहा कि यहां से दीक्षित हो रहे छात्रगणों का दायित्व है कि जब वे शिक्षा के क्षेत्र में आगे जा रहे हैं तो जरूर नई शिक्षा नीति का अध्ययन करे।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा किगुजरात में आज विश्व की सबसे पहली फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी है और 134 देश कीयूनिवर्सिटी इस यूनिवर्सिटी से जुड़ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि आज ये फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी विश्व में सबसे बड़ा भारतीय गहना बनकर उभरी हैं और इस तरह की यूनिवर्सिटी का कंसेप्ट विश्व के कई देश स्वीकार कर रहे हैं। श्री शाह ने कहा किचाइल्ड यूनिवर्सिटी की संकल्पना को समझने में विश्व को 15- 20 वर्ष लगेंगे, जबकि इसकी शुरुआत मोदी जी गुजरात में 15 साल पहले ही कर चुके हैं।

श्री अमित शाह ने कहा किआज IITE से आज आठ विविध कोर्सों में 2927 छात्र और छात्राएं दीक्षा लेकर जा रहे हैं। गर्व की बात है कि इसमें लड़कियों की संख्या2000 हैं। साथ ही 7 स्वर्ण पदक लेने वालों में से भी 6लड़कियां हैं। उन्होंने कहा कि जिस देश की महिलाएं शिक्षित होती हैं, उस देश को शिक्षित करने के लिए जरा भी पुरुषार्थ नहीं करना पड़ता क्योंकि बच्चे की सबसे पहली गुरु माता होती है। श्री शाह ने सभी दीक्षित हो रहे विद्यार्थियों को उनके स्वर्णिम भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।