Chandrayaan-3: चंद्रमा के नजदीक पहुंचा चंद्रयान-3 , इसरो ने बताया क्या है स्थिति
चंद्रयान-3 पृथ्वी की पांचवीं कक्षा (पृथ्वी-बाउंड पेरिगी फायरिंग) में बेंगलुरु से सफलतापूर्वक निष्पादित की गई है। 25 जुलाई को दोपहर 2 से 3 बजे के बीच चंद्रयान-3 की कक्षा को सफलतापूर्वक बदला गया। इसके बाद यह चांद की कक्षा में पहुंच उसके चक्कर लगाना शुरू करेगा।
भारत का मिशन चंद्रयान अपने लक्ष्य की ओर लगातार आगे बढ़ रहा है। इसी क्रम में इसरो ने जानकारी दी कि चंद्रयान-3 मंगलवार को चंद्रमा की ओर एक कदम और आगे बढ़ गया है। इसरो ने एक बार फिर कक्षा बदलने की प्रक्रिया (अर्थबाउंड-फायरिंग-2) सफलतापूर्वक पूरा कर चंद्रयान-3 को पृथ्वी की पांचवीं कक्षा और आखिरी कक्षा में भेज दिया है। इसरो अब एक अगस्त को मध्यरात्रि 12-01 बजे के बीच चंद्रयान-3 को चंद्रमा की कक्षा में भेजेगा।
23 अगस्त को कराई जाएगी सॉफ्ट लैंडिंग
इसरो ने ट्वीट करके कहा कि चंद्रयान-3 पृथ्वी की पांचवीं कक्षा (पृथ्वी-बाउंड पेरिगी फायरिंग) में बेंगलुरु से सफलतापूर्वक निष्पादित की गई है। 25 जुलाई को दोपहर 2 से 3 बजे के बीच चंद्रयान-3 की कक्षा को सफलतापूर्वक बदला गया। इसके बाद यह चांद की कक्षा में पहुंच उसके चक्कर लगाना शुरू करेगा। धरती के चक्कर लगाता हुआ चंद्रयान-3 चंद्रमा के ऑर्बिट में एंट्री करेगा। चांद तक पहुंचने के लिए भी पांच मैनूवर होंगे। चक्कर लगाता हुआ लैंडर मॉड्यूल 23 अगस्त को चांद की सतह पर उतरेगा। मिशन का यही सबसे क्रिटिकल फेज है। इस दौरान सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिश की जाएगी।