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गुजरात को मिलेगा पहला ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा, PM मोदी 27 जुलाई को करेंगे उद्घाटन

गुजरात को मिलेगा पहला ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा, PM मोदी 27 जुलाई को करेंगे उद्घाटन
  • PublishedJuly 26, 2023

1,405 करोड़ रुपये की लागत से 1500 एकड़ क्षेत्र में बने इस हवाई अड्डे का नाम बदलकर राजकोट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा कर दिया गया है। हीरासर में ग्रीन फील्ड हवाई अड्डा सौराष्ट्र क्षेत्र की वाणिज्यिक राजधानी राजकोट शहर से 30 किलोमीटर दूर है। हवाई अड्डे में 45 मीटर चौड़ा रनवे है जो किसी भी बिंदु पर 14 विमानों को पार्क कर सकता है। व्यस्त समय के दौरान हवाई अड्डे पर यात्री टर्मिनल प्रति घंटे 1,200 से अधिक यात्रियों का प्रबंधन कर सकता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जुलाई 2023 को राजकोट के पास हीरासर में गुजरात के पहले ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे। केवल इतना ही नहीं, पीएम मोदी राजकोट में एक रैली को भी संबोधित करेंगे। 27 जुलाई से अपनी दो दिवसीय गुजरात यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री का राज्य में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने का कार्यक्रम है।

1,405 करोड़ रुपये की लागत से किया तैयार

1,405 करोड़ रुपये की लागत से 1500 एकड़ क्षेत्र में बने इस हवाई अड्डे का नाम बदलकर राजकोट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा कर दिया गया है। हीरासर में ग्रीन फील्ड हवाई अड्डा सौराष्ट्र क्षेत्र की वाणिज्यिक राजधानी राजकोट शहर से 30 किलोमीटर दूर है। हवाई अड्डे में 45 मीटर चौड़ा रनवे है जो किसी भी बिंदु पर 14 विमानों को पार्क कर सकता है। व्यस्त समय के दौरान हवाई अड्डे पर यात्री टर्मिनल प्रति घंटे 1,200 से अधिक यात्रियों का प्रबंधन कर सकता है।

क्या होता है ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट ?

ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट पर्यावरण को ध्यान में रखकर बनाया जाता है। ऐसे एयरपोर्ट स्टेशन में जगह-जगह पर पेड़-पौधे लगाए जाते हैं और जितना हो सके रिन्यूएबल एनर्जी का उपयोग किया जाता है। इसमें ऐसे एयरपोर्ट को उस जमीन पर बनाया जाता है, जिस पर पूर्व में कुछ भी काम न कराया गया हो। इसके अलावा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण वर्तमान में मौजूद एयरपोर्ट पर बढ़ती भीड़ को कम करने के लिए भी किया जाता है।

हवाई कनेक्टिविटी से औद्योगिक विकास को मिलेगा बढ़ावा

हीरासर में बनाया गया ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा सौर ऊर्जा प्रणाली, ग्रीन बेल्ट और वर्षा जल संचयन प्रणाली से सुसज्जित है। इससे अंतर्राष्ट्रीय बाजार के लिए हवाई कनेक्टिविटी से औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इससे विशेष रूप से मोरबी में सिरेमिक उद्योग को लाभ होगा और क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2017 में राजकोट के पास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण की आधारशिला रखी थी।

ऊंची उड़ान को तैयार हीरासर एयरपोर्ट

उल्लेखनीय है कि अब गुजरात का सबसे बड़ा रनवे वाला हीरासर एयरपोर्ट ऊंची उड़ान को तैयार है। ऐसे में राजकोट के औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। बता दें राजकोट अपने बड़े उद्योगों के साथ-साथ मध्यम और छोटे उद्योगों के कारण भी गुजरात और भारत के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक केन्द्र है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्‌डे के खुलने से आर्थिक गतिविधियों को तेजी मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही पूरे सौराष्ट्र के लिए रोजगार के नए अवसर भी खुलने की उम्मीद है।