वैश्विक खाद्य सम्मेलन में कृषि मंत्री बोले- ‘किसान को उत्पाद का उचित मूल्य मिले-नियम बनाते वक्त रखें ध्यान’
इस शिखर सम्मेलन का आयोजन स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तत्वावधान में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा 20 और 21 जुलाई को मानेकशॉ ऑडिटोरियम में किया जा रहा है। वहीं सम्मेलन में 40 से अधिक देश और 30 अंतरराष्ट्रीय संस्थान शामिल हैं। FSSAI द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का उद्देश्य सहयोग के माध्यम से खाद्य सुरक्षा प्रणालियों और नियामक ढांचे को बढ़ाने पर नियामकों के लिए एक वैश्विक मंच तैयार करना है।
दिल्ली में गुरुवार 20 जुलाई 2023 को ‘वैश्विक खाद्य नियामक शिखर सम्मेलन-2023’ का आगाज हुआ। इस अवसर पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ग्लोबल फूड रेगुलेटर समिट के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। कृषि मंत्री ने कहा, इस कॉन्फ्रेंस का जितना अधिक इस्तेमाल हम करेंगे तो उसका लाभ हम सभी को होगा। खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और उसमें होने वाली मिलावट को रोकने की दृष्टि से और दूसरे देशों की जो प्रेक्टिसेज अच्छी हैं उन्हें एक दूसरे के साथ साझा करने के लिए यह मंच बहुत उपयुक्त है।
उद्देश्य
बता दें इस शिखर सम्मेलन का आयोजन स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तत्वावधान में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा 20 और 21 जुलाई को मानेकशॉ ऑडिटोरियम में किया जा रहा है। वहीं सम्मेलन में 40 से अधिक देश और 30 अंतरराष्ट्रीय संस्थान शामिल हैं। FSSAI द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का उद्देश्य सहयोग के माध्यम से खाद्य सुरक्षा प्रणालियों और नियामक ढांचे को बढ़ाने पर नियामकों के लिए एक वैश्विक मंच तैयार करना है।
यह सुनिश्चित करने के लिए ये विचार और रणनीतियों का आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करेगा। संपूर्ण खाद्य मूल्य श्रृंखला में भोजन उभरते खाद्य खतरों, नई प्रौद्योगिकियों और बदलती उपभोक्ता जरूरतों के उभरते परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए, शिखर सम्मेलन में खाद्य सुरक्षा नीति ढांचे पर एक सामंजस्यपूर्ण दृष्टिकोण विकसित करने की परिकल्पना की गई है। इस कार्यक्रम में वैश्विक नियामक ढांचे, वैश्विक खाद्य सुरक्षा के लिए चुनौतियां और समाधान और खाद्य सुरक्षा और मानव स्वास्थ्य पर पशु आहार के प्रभाव सहित कई तकनीकी सत्र होंगे।
PM मोदी के नेतृत्व में भारत की पर्याप्त रुचि
कृषि मंत्री ने यह भी कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की पर्याप्त रुचि रहती है लेकिन कृषि उत्पाद एक पक्ष है। वहीं उस उत्पाद का प्रसंस्करण हो, पैकेजिंग हो, लेबलिंग हो और वह उपभोक्ता तक पहुंचे यह एक दूसरा पक्ष है।
FSSAI कर रही अच्छा काम
कृषि मंत्री ने कहा, इस पक्ष में नियामकता ऐसी हो, जिससे कि उपयोग करने वाले मानव को किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव का शिकार न होना पड़े। इस दृष्टि से हमारे भारत में मानद प्राधिकरण के रूप में FSSAI बहुत अच्छे से काम कर रही है। वैश्विक मंच पर भी FSSAI की भूमिका महत्वपूर्ण और उल्लेखनीय है। उन्होंने कहा, नियमन के क्षेत्र में काम करने वाले वैश्विक स्तर के अनेक संगठनों को यहां आमंत्रित किया है।
नियमन के केंद्र में हो किसान, उपभोक्ता को सस्ते दाम पर मिले खाद्य पदार्थ
हम जब भी नियमन के बारे में विचार करें तो हमारी कोशिश होनी चाहिए कि किसान उसके केंद्र में हो, क्योंकि उत्पादन कर्ता किसान है और अगर उत्पादनकर्ता को पर्याप्त मात्रा में लाभ नहीं मिलेगा तो उसकी रुचि कहीं न कहीं अरुचि में बदलेगी। उपभोक्ता को भी खाद्य पदार्थ सस्ते दाम पर मिले यह भी हमारे चिंता रहे लेकिन भोज्य पदार्थ की क्वालिटी और गुणवत्ता अच्छी हो।
किसान को उचित मूल्य मिले- नियम बनाते वक्त रखें ध्यान
किसान को अपने उत्पादन का पर्याप्त मूल्य मिले, यह बात हम नियम बनाते समय ध्यान में रखें तो इसका लाभ किसान और कृषि क्षेत्र तक पहुंचेगा और उसका फायदा हमें खाद्य सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण योगदान देगा।
2023 मिलेट्स वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है
कृषि मंत्री ने यह भी कहा कि मिलेट्स वर्ष 2023 के मद्देनजर भारत में भी इसकी गतिविधियां काफी तेजी से चल रही हैं और दुनिया में भी ये गतिविधियां तेजी से चल रही हैं। मिलेट्स निश्चित रूप से किसान के दृष्टि से भी बड़ा फायदेमंद उत्पाद है। किसान की इसमें लागत भी कम आती है। पशुओं के चारे की भी उपलब्धता मिलेट्स के उत्पादन में होती है। यह सस्ता अनाज है और कम जल की आवश्यकता इसमें होती है। मनुष्य में जो पोषक्ता का अभाव आज कल खाद्य पदार्थों में हम भिन्न-भिन्न प्रकार का देखते हैं, उसकी पूरकता भी मिलेट्स के उपयोग से हो जाएगी।
पूरी दुनिया में मिलेट्स की इस समय धूम
कृषि मंत्री ने कहा, पूरी दुनिया में मिलेट्स की इस समय धूम है। भारत में भी हम लोगों ने G20 के जितने कार्यक्रम सम्पन्न हो रहे हैं, हमारी कोशिश है कि सभी कार्यक्रमों में जितने मेहमान आ रहे हैं सभी को मिलेट्स की दृष्टि से एग्जिबिशन भी दिखाएं और उससे बने उत्पाद भी दिखाएं। आगे जोड़ते हुए कृषि मंत्री ने कहा, कृषि के क्षेत्र को भी दिखाएं और उसकी आवश्यकता हमें क्यों हैं यह दर्शाने के लिए भी पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।