यह मेरे लिए सबसे शर्मिंदा करने वाली चीजों से एक’, जानें, राहुल द्रविड़ ने क्यों कहा ऐसा
नई दिल्ली. टीम इंडिया (Team India) के पूर्व कप्तान और मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) की छवि बेहद शालीन शख्स की है. क्रिकेट के मैदान, या सार्वजनिक जीवन में उन्हें नाराज होते हुए बेहद कम (शायद कभी नहीं) देखा गया है. ज्यादातर लोग उनमें एक ऐसे शालीन व्यक्तित्व को देखते हैं जो अपने शांत और संयत व्यवहार से सामने वाले दिलोदिमाग पर अमिट छाप छोड़ता है. लेकिन यह राहुल कुछ वर्ष पहले एक विज्ञापन में खुद को ‘इंदिरा नगर का गुंडा’ कहते हुए और बल्ले से कार की विंडो को तोड़ते हुए नजर आए थे उनके फैंस को भी झटका लगा था.
हाल ही में एक कार्यक्रम में राहुल ने इस कमर्शियल से जुड़ी बातों को शेयर किया. उन्होंने कहा, ‘ऐसे लोग हैं जो अब मुझे अलग तरह से देखते हैं. वे सोचते हैं कि यह शख्स कब फट पड़ने वाला है. वास्तव में यह अच्छी और पॉजिटिव प्रतिक्रिया है. मैं मिलने वाली रिएक्शंस को लेकर आश्वस्त नहीं था लेकिन मुझे लगता है कि इसे वास्तव मेंअच्छे तरीके से लिया है.’ उन्होंने कहा, ‘मेरी मां के सिवाय यह हर किसी के लिए पॉजिटिव रहा है लेकिन मां अभी भी इसे लेकर आश्वस्त नहीं हैं. मेरे विचार से उन्हें अभी भी लगता है कि मुझे कार का शीशा नहीं तोड़ना चाहिए था.’
द्रविड़ ने आगे कहा, ‘संभवत:यह मेरे द्वारा किए गए सबसे शर्मिंदगी वाले कामों में से एक है-मुंबई की सड़कों के सामने खड़े होना. भले ही यह एड का शूट है लेकिन आप जानते है कि आपके आसपास ऐसे लोग हैं जो ‘सेमी एक्टर’ या कोई और हैं. इसके बावजूद मेरे जैसे व्यक्ति का सड़क के बीचोंबीच खड़ा होना और चीखना-चिल्लाना वास्तव में शर्मनाक था.’