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बैस्टिल डे परेड में भाग लेंगी भारत की तीनों सेनाएं, महिला पायलट वायु सेना के मार्चिंग दल का करेंगी नेतृत्व

बैस्टिल डे परेड में भाग लेंगी भारत की तीनों सेनाएं, महिला पायलट वायु सेना के मार्चिंग दल का करेंगी नेतृत्व
  • PublishedJuly 11, 2023

भारतीय सेना की टुकड़ी में 77 मार्चिंग सैन्यकर्मी और बैंड के 38 सदस्य भी शामिल हैं, जिनका नेतृत्व कैप्टन अमन जगताप कर रहे हैं। भारतीय नौसेना टुकड़ी का नेतृत्व कमांडर व्रत बघेल जबकि भारतीय वायु सेना की टुकड़ी का नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर सिंधु रेड्डी कर रही हैं। भारतीय वायुसेना के राफेल लड़ाकू विमान भी परेड के दौरान फ्लाई पास्ट में भाग लेंगे।

फ्रांस में 14 जुलाई को होने वाले बैस्टिल दिवस परेड में भारत की भी तीनों सेनाएं शामिल होंगी। खास बात ये है कि इस वर्ष फ्रांस में आयोजित होने वाली ‘बैस्टिल डे परेड’ में पीएम मोदी को सम्मानित अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। इस वर्ष की परेड में भारतीय सशस्त्र बलों के तीनों अंगों की 269 सदस्यीय टुकड़ी फ्रांस की तीनों सेनाओं की टुकड़ी के साथ मार्च करते हुए दिखाई देगी। इसके साथ ही बैस्टिल डे परेड में भारतीय वायुसेना की एक महिला हेलीकॉप्टर पायलट वायुसेना की मार्चिंग दल का नेतृत्व करेंगी। फ्रांस में भारतीय सेना की दल भी परेड की तैयारियां में हिस्सा ले रहा है।

तीनों सेनाओं का ये करेंगे नेतृत्व

भारतीय सेना की टुकड़ी में 77 मार्चिंग सैन्यकर्मी और बैंड के 38 सदस्य भी शामिल हैं, जिनका नेतृत्व कैप्टन अमन जगताप कर रहे हैं। भारतीय नौसेना टुकड़ी का नेतृत्व कमांडर व्रत बघेल जबकि भारतीय वायु सेना की टुकड़ी का नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर सिंधु रेड्डी कर रही हैं। भारतीय वायुसेना के राफेल लड़ाकू विमान भी परेड के दौरान फ्लाई पास्ट में भाग लेंगे।

भारत-फ्रांस के बीच सैन्य संबंध

वैसे भारत और फ्रांस के बीच सैन्य संबंध प्रथम विश्व युद्ध से ही जारी है। प्रथम युद्ध में 13 लाख से अधिक भारतीय सैनिकों ने भाग लिया था। इनमें से लगभग 74,000 सैनिकों ने कीचड़ भरी खाइयों में लड़ाई लड़ी थी और वे फिर कभी वापस नहीं लौटे,जबकि अन्य 67,000 सैनिक घायल हो गए थे। भारत के सैनिक फ्रांस की धरती पर भी बहुत बहादुरी से लड़े थे। उनके साहस, वीरता और सर्वोच्च बलिदान से न केवल दुश्मन को विफल कर दिया था बल्कि उन्होंने युद्ध जीतने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इसके बाद दूसरे विश्व युद्ध में 25 लाख से अधिक भारतीय सैनिकों ने एशिया से लेकर अफ्रीका और यूरोप तक युद्ध के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उनके योगदान में फ्रांस के युद्ध क्षेत्र में भी शामिल रहे थे। भारतीय सैनिकों ने इन युद्धों में अपनी वीरता के मानदंड स्थापित किए, जिसके कारण भारतीय सैनिकों को अनेक वीरता पुरस्कारों के रूप में अच्छी पहचान मिली।

रणनीतिक साझेदारी के 25 वर्ष

वहीं इस वर्ष भारत और फ्रांस रणनीतिक साझेदारी के 25 वर्ष पूरे होने का समारोह मना रहे हैं। दोनों देशों की सेनाएं संयुक्त अभ्यासों में हिस्सा ले रही हैं और अपने-अपने अनुभवों को भी साझा कर रही हैं। पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत और फ्रांस विश्वसनीय रक्षा भागीदार बन गए हैं।

क्या है बैस्टिल दिवस

14 जुलाई को फ्रांस में ‘फेटे नेशनल फ्रांसेइस’ या राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को बैस्टिल दिवस के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि 1789 में हुई फ्रांसीसी क्रांति के दौरान इस दिन बैस्टिल पर हमला हुआ था। इस दिवस को उस हमले की वर्षगांठ मनाई जाती है।