60 शतक और 19 हजार रन, खूंखार भारतीय बैटर लड़ाई को तैयार, क्या सेलेक्टर्स को दे सकेगा जवाब?
बेंगलुरु. साउथ जोन और वेस्ट जोन के खिलाड़ी बुधवार से शुरू हो रहे दलीप ट्रॉफी फाइनल में एक-दूसरे को चुनौती देने उतरेंगे. खास नजर चेतेश्वर पुजारा पर लगी हुई है. सेमीफाइनल में उन्होंने बेहतरीन शतक ठोका था. हालांकि वे भारतीय टेस्ट टीम से बाहर हो चुके हैं. 35 साल के पुजारा का फर्स्ट क्लास क्रिकेट का रिकॉर्ड बेहतरीन है. वे 60 शतक के दम पर 19 हजार से अधिक रन बना चुके हैं. इसके अलावा सूर्यकुमार यादव, मयंक अग्रवाल, पृथ्वी शॉ और सरफराज खान भी अच्छा प्रदर्शन करके सेलेक्टर्स का ध्यान आकर्षित करना चाहेंगे.
वेस्ट जोन का रिकॉर्ड टूर्नामेंट में बेहतरीन रहा है. टीम टूर्नामेंट की डिफेंडिंग चैंपियन है और सबसे अधिक 19 बार टाइटल भी जीता है. वहीं साउथ जोन ने 14 बार दलीप ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया है. पिछले सीजन में अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में वेस्ट जोन ने फाइनल में साउथ जोन को 294 रन से मात दी थी. फाइनल में कुछ खिलाड़ी व्यक्तिगत लक्ष्य भी हासिल करना चाहेंगे. चेतेश्वर पुजारा इसका उदाहरण हैं. उन्होंने सेमीफाइनल में 133 रन की पारी खेलकर टीम की जीत में अहम रोल निभाया था.
पृथ्वी और सरफराज पर भी नजर
साउथ जोन के उप-कप्तान मयंक अग्रवाल, बार-बार सेलेक्टर्स की अनदेखी के शिकार सरफराज खान और टीम से बाहर चल रहे पृथ्वी शॉ भी पिछले रणजी सीजन के प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगे. मयंक ने नॉर्थ जोन के खिलाफ सेमीफाइनल में 2 अर्धशतक लगाए, लेकिन सरफराज और पृथ्वी चल नहीं सके. हनुमा विहारी और वॉशिंगटन सुंदर के प्रदर्शन पर भी नजरें होंगी.