श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और श्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर हवाई अड्डे पर नए सिविल एन्क्लेव का उद्घाटन किया
नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ और नागरिक उड्डयन और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी.के. सिंह के साथ कानपुर हवाई अड्डे पर यात्री क्षमता बढ़ाने के लिए तैयार एक नए सिविल एन्क्लेव का आज उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में एक ऐसे ‘नए उत्तर प्रदेश’ का निर्माण किया जा रहा हैजो न केवल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के लिहाज से उत्कृष्ट है बल्कि नागरिक उड्डयन क्षेत्र में भी नई ऊंचाईयों को भी छू रहा है। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि किसी भी विकास को समृद्ध संस्कृति और उस भूमि के इतिहास का सम्मान करना चाहिए। कानपुर हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन में कानपुर में प्राचीन मंदिरों की नक्काशी की गई हैजो इसका एक अच्छा उदाहरण है।
राज्य के लिए लक्ष्य निर्धारित करते हुए उन्होंने कहा कि भविष्य में उत्तर प्रदेश लगभग हर आयुक्तालय स्तर पर एक हवाई अड्डा वाला राज्य बनेगा।
श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में नागरिक उड्डयन का जाल पूरे उत्तर प्रदेश में फैल गया है। राज्य में किए जा रहे बुनियादी ढांचे के जबरदस्त विकास कार्यों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि 2014 में राज्य में महज 6 हवाई अड्डे चालू थे जबकि अब 9 हवाई अड्डे परिचालन में हैं। उन्होंने झांसी, जेवर, अयोध्या एवं अन्य क्षेत्रों में आगामी हवाई अड्डों के बारे में भी बात की। इससे राज्य में हवाई अड्डों की कुल संख्या 22 हो जाएगी। मंत्री ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि यह बदलाव हवाई यात्रा को सभी के लिए सस्ती और सुलभ करने के संबंधी डबल इंजन सरकार की दूरदर्शिता और सहयोग के कारण संभव हुआ है।
जनरल (सेवानिवृत्त) वी.के. सिंह ने कहा कि कानपुर टर्मिनल का आधुनिकीकरण अनुकरणीय है। उन्होंने कानपुर सिविल टर्मिनल के बुनियादी ढांचे की क्षमता के बारे में बताते हुए कहा कि यह हवाई अड्डा अब 50 यात्रियों की तुलना में 200 से अधिक यात्रियों को संभाल सकता है। इसे 6,243 वर्गमीटर (मौजूदा टर्मिनल से 16 गुना बड़ा) क्षेत्र में बनाया गया है और अब हवाई अड्डे पर 3 विमानों को पार्क किया जा सकता है।
नए टर्मिनल भवन की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:
नए टर्मिनल भवन का निर्माण 6,243 वर्गमीटर (मौजूदा टर्मिनल से 16 गुना बड़ा) क्षेत्र में 150 करोड़ रुपये की परियोजना लागत के साथ गया है।
व्यस्ततम समय में पहले के 50 यात्रियों की तुलना में400 यात्रियों को संभालने में सक्षम।
8 चेक-इन काउंटरके साथ यात्रियों के लिए त्वरित एवं कुशल चेक-इन की व्यवस्था।
3 कन्वेयर बेल्ट,जिनमें स एक प्रस्थान हॉल में और दो आगमन हॉल में, लगाए गए हैं। इससे सामान के संग्रह एवं संचालन के लिए बेहतर सुविधा मिलती है।
यात्रियों के लिए खुदरा वस्तुओं की खरीद एवं खानपान विकल्पों के साथ 850 वर्गमीटर का पर्याप्त रियायती क्षेत्र।
दृष्टि के लिहाज से दिव्यांग यात्रियों के आवागमन के लिए विशेष सुविधा सुनिश्चित करने के लिए स्पर्श पथ की व्यवस्था।
शहर की ओर टर्मिनल के हिस्से पर 150 कारों और 2 बसों की पार्किंग के लिए जगह है। इससे यात्रियों को अपने वाहनों की पार्किंग के लिए पर्याप्त सुविधा मिलेगी।
नव निर्मित एप्रन 713मीटर X 23मीटर के एक नए लिंक टैक्सी ट्रैक के साथ-साथ तीन ए-321/ बी-737 प्रकार के विमानों की पार्किंग के लिए उपयुक्त है।
कानपुर हवाईअड्डे के नए सिविल एन्क्लेव पर बनाया गया नया टर्मिनल भवन डबल इंसुलेटेड रूफिंग सिस्टम, ऊर्जा की बचत के लिए कैनोपी, एलईडी लाइटिंग, लो हीट गेन डबल ग्लेजिंग यूनिट, भूजल स्तर में सुधार के लिए वर्षा जल संरक्षण, जल उपचार संयंत्र, सीवेज उपचार संयंत्र एवं रीसाइकल किए गए जल का लैंडस्कैपिंग में उपयोग,100 केडब्ल्यूपी क्षमता का एक सौर बिजली संयंत्र और देश में राष्ट्रीय ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग प्रणाली के तहत जीआरआईएचए-4 यानी गृह-4 रेटिंग की व्यवस्था से लैस है। यह देश में सतत विकास और जिम्मेदार संसाधन प्रबंधन को दर्शाता है।