एमएसएमई क्षेत्र तक गुणवत्ता का संदेश पहुंचाने में फिक्की महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है: श्री गोयल
20 SEP 2022-केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और वस्त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि देश का सबसे गरीब नागरिक भी सबसे अच्छी गुणवत्ता वाले उत्पादों का हकदार है और गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं करने की संस्कृति को देश में अपनाना होगा। श्री गोयल ने आज नई दिल्ली में फिक्की लीड्स 2022 के विशेष पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए यह बात कही।
श्री पीयूष गोयल ने उद्योग से विनिर्माण सेक्टर में 5 प्रमुख क्षेत्रों- मानक या गुणवत्ता, टिकाऊपन, डिजाइन, मूल्य और स्थिरता पर विशेष ध्यान देने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हमें आईओटी, एआई और मशीन लर्निंग जैसी नई तकनीकों को अवश्य अपनाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि हमें उद्योग 4.0 की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने कार्यबल को फिर से प्रशिक्षित करने और उनके अतिरिक्त कौशल पर ध्यान देना चाहिए।
वैश्विक कारोबार के महत्व पर बोलते हुए, श्री गोयल ने कहा कि हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि प्रगति के लिए हमें दुनिया के साथ जुड़ने की जरूरत है। हमें व्यापार का वैश्वीकरण करने और दुनिया से सर्वश्रेष्ठ हासिल करने के साथ-साथ विश्व को सर्वश्रेष्ठ देने की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमें हरित ऊर्जा, उत्सर्जन को कम करने, स्वच्छता को लेकर जागरूकता और हमारे बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए अन्य एसडीजी लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इसके साथ ही एमएसएमई पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए पीएलआई का उपयोग किया जाना चाहिए।
कार्यक्रम के विषय ‘विनिर्माण में उत्कृष्टता’ का जिक्र करते हुए श्री गोयल ने कहा कि विनिर्माण में उत्कृष्टता भारत के लिए नया नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जिसमें भारत के पास उच्च गुणवत्ता वाले विनिर्माण नहीं हैं, हम एक समाज के तौर पर दो दुनिया में रहते हैं- पहला, जो उच्च गुणवत्ता के प्रति जागरूक है और दूसरा, जो अब भी गुणवत्ता के महत्व को लेकर संवेदनशील नहीं है। श्री गोयल ने कहा कि हमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए दो गुणवत्ता मानकों की मानसिकता को बदलने की जरूरत है और गुणवत्ता के साथ समझौता नहीं करना चाहिए। श्री गोयल ने कहा कि फिक्की देशभर के अन्य संघों के साथ अपनी साझेदारी के जरिए एमएसएमई क्षेत्र तक गुणवत्ता का संदेश पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों के साथ अपने जुड़ाव का विस्तार करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए श्री गोयल ने कहा कि दुनिया भारत के साथ जुड़ना चाहती है। उन्होंने सऊदी अरब का उदाहरण सामने रखा, जो फार्मा, माइनिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर फिनटेक, एडटेक, हेल्थटेक और शिक्षा सहित करीब 30 क्षेत्रों में भारत के साथ साझेदारी करना चाहता है। चिकित्सा उपकरण, ई-गेमिंग और ई-कॉमर्स ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें वे भारतीय विशेषज्ञता चाहते हैं। उन्होंने उद्योग जगत से इन अवसरों का लाभ उठाने का आग्रह किया।
श्री गोयल ने कहा कि अगर हम सामूहिक रूप से अपनी ऊर्जा को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए 5 प्रण पर लगाते हैं, तो अगले 25 वर्षों में एक विकसित राष्ट्र बन सकते हैं और देश के कोने-कोने में हर घर में समृद्धि ला सकते हैं।