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दिल्ली की वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर, पीडब्ल्यूडी के वाहनों ने किया पानी का छिड़काव

दिल्ली की वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर, पीडब्ल्यूडी के वाहनों ने किया पानी का छिड़काव
  • PublishedOctober 30, 2024

दिल्ली की वायु गुणवत्ता के खतरनाक स्तर पर पहुंचने के बाद, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के वाहनों ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में खराब वायु गुणवत्ता के प्रभाव को कम करने के लिए पानी का छिड़काव किया। दिवाली से एक दिन पहले, राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की एक पतली परत छाई रही और दिल्ली के कुछ हिस्सों में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 से अधिक रहा।

दिल्ली के कुछ हिस्सों में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही

बता दें कि आनंद विहार में सुबह 7 बजे एक्यूआई (AQI) 351 पर पहुंच गया, जबकि बवाना में एक्यूआई 319, अशोक विहार में 351 और वजीपुर में 327 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। आया नगर में एक्यूआई 290 दर्ज किया गया जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है और दिल्ली के आईटीओ में एक्यूआई 284 ‘खराब’ श्रेणी में है।

यमुना नदी में जहरीला झाग तैर रहा

कालिंदी कुंज में यमुना नदी में जहरीला झाग तैर रहा है, नदी में प्रदूषण का स्तर अभी भी उच्च बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर लोगों को यह भी फिक्र सता रही हैं की वो छठ पूजा का त्योहार ऐसे में कैसे मना सकेंगे, जब नदी का जल आचमन के लायक नहीं, जहरीला है।

पंजाब में पराली जलाने की 108 घटनाएं दर्ज की गईं

इस बीच, दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने सोमवार को बताया कि पंजाब में पराली जलाने की 108 घटनाएं दर्ज की गईं। उन्होंने वायु प्रदूषण की चिंताओं को लेकर कपूरथला हाउस में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा, लेकिन वे उनसे नहीं मिल पाए।

पंजाब में 26 अक्टूबर को पराली जलाने के 108 मामले सामने आए

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि अकेले पंजाब में 26 अक्टूबर को पराली जलाने के 108 मामले सामने आए, फिर भी दिल्ली सरकार के मंत्री अक्सर पड़ोसी राज्यों हरियाणा और उत्तर प्रदेश पर दोष मढ़ते हैं। प्रदूषण के स्तर को कम करने के प्रयासों के तहत दिल्ली सरकार ने भी 1 जनवरी तक पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

गोपाल राय ने ‘दीया जलाओ, पटाखे नहीं’ अभियान की शुरुआत की

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ‘दीया जलाओ, पटाखे नहीं’ अभियान की शुरुआत की और जनता से प्रदूषण पर नियंत्रण रखने के लिए पटाखे न जलाने का आग्रह किया। गोपाल राय ने बाबरपुर बस टर्मिनल पर दीये जलाकर अभियान की शुरुआत की और कहा, “प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जनता का सामूहिक प्रयास आवश्यक है।”

उन्होंने दिल्लीवासियों को दीये जलाकर दिवाली मनाने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि इस अभियान का दोहरा उद्देश्य पटाखों को हतोत्साहित करना तथा दीये के उपयोग को बढ़ावा देना है। (इनपुट-एएनआई)