राष्ट्रपति मुर्मु गुरुवार को सियाचिन बेस कैंप के दौरे पर, तैनात सैनिकों से करेंगी बातचीत
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज (गुरुवार) को सियाचिन बेस कैंप का दौरा करेंगी और वहां तैनात सैनिकों से बातचीत करेंगी, राष्ट्रपति भवन ने यह जानकारी दी है।
द्रौपदी मुर्मु दुनिया केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में स्थित सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन का दौरा करने वाले देश के तीसरे राष्ट्रपति होंगी। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम और रामनाथ कोविंद भी सियाचिन बेस कैंप का दौरा कर चुके हैं। कलाम अप्रैल 2004 में और कोविंद मई 2018 में बेस कैंप गए थे।
राष्ट्रपति भवन ने बुधवार को एक बयान में बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 26 सितंबर को सियाचिन बेस कैंप का दौरा करेंगी और वहां तैनात सैनिकों से बातचीत करेंगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राष्ट्रपति मुर्मु नुब्रा में थोईस एयर फोर्स स्टेशन पहुंचेंगी, जहां उनका स्वागत सेनाध्यक्ष (सीओएएस), जीओसी-इन-सी उत्तरी कमान और जीओसी 14 कोर सहित वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया जाएगा। संक्षिप्त स्वागत और चिकित्सा जांच के बाद, वह फिर हेलीकॉप्टर के जरिए सियाचिन बेस कैंप के लिए रवाना होंगी।
बेस कैंप पहुंचने पर, राष्ट्रपति मुर्मू ग्लेशियर में तैनात अधिकारियों और सैनिकों के साथ बातचीत करेंगी। इसके बाद, सियाचिन युद्ध स्मारक पर एक औपचारिक पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया जाएगा, जहां राष्ट्रपति उन बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में अपना जीवन बलिदान कर दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी प्रसिद्ध सियाचिन हट भी जाएंगी, जहां वह थोईस एयर फोर्स स्टेशन वापस जाने से पहले अधिकारियों के साथ समय बिताएंगी।
उल्लेखनीय है सियाचिन ग्लेशियर समुद्र तल से लगभग 20,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित दुनिया का सबसे ऊंचा सैन्य क्षेत्र है। यहां सैनिकों को कड़ाके की ठंड और तेज हवाओं से जूझना पड़ता है।