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पीयूष गोयल आज से वियनतियाने, लाओ पीडीआर का दो दिवसीय दौरा करेंगे

पीयूष गोयल आज से वियनतियाने, लाओ पीडीआर का दो दिवसीय दौरा करेंगे
  • PublishedSeptember 20, 2024

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल 21वीं आसियान-भारत आर्थिक मंत्रियों (एईएम-भारत) की बैठक और 12वीं पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन आर्थिक मंत्रियों की बैठक (ईएएस ईएमएम) में भाग लेने के लिए 20-21 सितंबर 2024 को वियनतियाने, लाओ पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक (लाओस) का दौरा करेंगे। आसियान की इन वार्षिक बैठकों को आयोजन अपने संवाद भागीदारों के साथ इस वर्ष लाओ पीडीआर द्वारा किया जा रहा है। पीडीआर वर्ष 2024 के लिए आसियान का अध्यक्ष भी है।

वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार ईएएस ईएमएम में 10 आसियान देशों और 8 अन्य ईएएस भागीदारों अर्थात भारत, अमेरिका, रूस, चीन, जापान, कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के आर्थिक मंत्रियों ने भाग लिया।

एईएम-भारत बैठक में, मंत्रीगण आसियान-भारत वस्तु व्यापार समझौते (एआईटीआईजीए) पर वार्ता में प्रगति की समीक्षा करेंगे। मंत्रालय के अनुसार एआईटीआईजीए की समीक्षा हमारी प्राथमिकता में सर्वोपरि है, ताकि इसे व्यवसायों के लिए अधिक उपयोगकर्ता अनुकूल, सरल और व्यापार सुविधाजनक बनाया जा सके। ईएएस ईएमएम में, मंत्रीगण क्षेत्रीय और वैश्विक आर्थिक विकास पर विचार-विमर्श करेंगे। भारत पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन मंच का संस्थापक सदस्य है और अगले वर्ष अपने दो दशक पूर्ण कर रहा है।

इस दौरान पीयूष गोयल दो संस्थागत बैठकों के दौरान भाग लेने वाले देशों के अपने समकक्षों के साथ कई द्विपक्षीय बैठक करेंगे। मेजबान देश लाओ पीडीआर के मंत्री और कोरिया, मलेशिया, स्विट्जरलैंड एवं म्यांमार के मंत्रियों के साथ भी उनकी बैठकें निर्धारित की गई हैं। इस अवसर पर पीयूष गोयल आसियान महासचिव और एशिया एवं प्रशांत के लिए एक प्रमुख शोध संस्थान ईआरआईए के अध्यक्ष से भी भेंट करेंगे। केंद्रीय मंत्री, लाओ पीडीआर में भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत करेंगे और भारत के साथ-साथ आसियान के उद्योग प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात करेंगे।

उल्लेखनीय है कि भारत 1992 में आसियान में शामिल हुआ और 2022 में इसका व्यापक रणनीतिक साझेदार बन गया। आसियान भारत की एक्ट ईस्ट नीति के केंद्र में है, जिसकी घोषणा 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने की थी। आसियान भारत के सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदारों में से एक है। पिछले दो लगातार वर्षों से आसियान भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार रहा है।