केंद्र सरकार किसानों और कृषि क्षेत्र में बिहार को हर संभव सहायता प्रदान करती रहेगी : शिवराज सिंह चौहान
बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडे ने आज (गुरुवार) नई दिल्ली में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। दरअसल देश में कृषि क्षेत्र की तीव्र प्रगति के उद्देश्य से केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यवार चर्चा शुरू की है, जिसके तहत आज नई दिल्ली स्थित कृषि भवन में केंद्रीय मंत्री ने बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडे सहित एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की। बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों और कृषि क्षेत्र के हित में बिहार को हर संभव सहायता प्रदान करती रहेगी।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने एक बयान में बताया, देश में कृषि क्षेत्र की तीव्र प्रगति के उद्देश्य से केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यवार चर्चा शुरू की है, जिसके तहत आज नई दिल्ली स्थित कृषि भवन में केंद्रीय मंत्री ने बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडे सहित एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की। केंद्रीय मंत्री ने बिहार को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) तथा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अंतर्गत आवंटित धनराशि की समीक्षा करने का आश्वासन दिया। इस संबंध में नए प्रस्ताव मांगे।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खरीफ सीजन के लिए बीजों की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित करने तथा रबी सीजन के बीजों की आपूर्ति के लिए शीघ्र योजना बनाने के लिए भी समीक्षा करने का आह्वान किया।
शिवराज सिंह चौहान ने बिहार के कृषि मंत्री श्री पांडे से कृषि मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में चर्चा की। केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा कि बिहार के किसानों को केंद्रीय स्तर पर किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने जोर देकर कहा कि देश में कृषि क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए केंद्र और राज्य दोनों को एक टीम के रूप में काम करना चाहिए और समन्वित तरीके से समाधान तलाशना चाहिए।
बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडे ने राज्य में कृषि विज्ञान केंद्रों (KVKs) को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया कि वे केवीके के कामकाज की समीक्षा करेंगे। मंगल पांडे ने राज्य में मक्का और मखाना की उत्पादन क्षमता पर प्रकाश डाला और इसे साकार करने के लिए केंद्र से सहयोग करने को कहा।