उत्तर भारत में भीषण गर्मी और लू का प्रकोप जारी, हीटवेव से परेशान दिल्ली एनसीआर
दिल्ली एनसीआर में लगातार गर्मी का भीषण प्रकोप जारी है। वहीं हीटवेव का असर भी कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मौसम विभाग की मानें तो आगामी दो दिनों में हल्की बारिश से पारे में थोड़ी गिरावट दर्ज की जा सकती है लेकिन एनसीआर के लोगों को हीट वेव से अभी मुक्ति मिलने की संभावना कम ही दिखाई दे रही है।
एनसीआर के लोगों को हीट वेव से अभी मुक्ति मिलने की संभावना कम
हीट वेव की वजह से लोगों को घरों से निकलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और पारा भी लगातार 46 डिग्री के पार पहुंच रहा है। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद में भीषण गर्मी की वजह से हीट वेव से पीड़ित मरीज भी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।
आगामी 19 और 20 जून को मौसम में कुछ बदलाव के आसार
मौसम विभाग की वेबसाइट के आंकड़ों के मुताबिक आगामी 19 और 20 जून को मौसम में कुछ बदलाव देखने को मिल सकता है और हल्की बारिश के चलते पारे में गिरावट दर्ज की जा सकती है लेकिन उसके बावजूद हीट वेव से राहत मिलने की संभावना कम है। मात्र दो दिन तक पारा कुछ नीचे पहुंचने की संभावना है लेकिन फिर इसके बाद 45 डिग्री तक तापमान पहुंचने की संभावना भी जताई जा रही है।
प्रचंड गर्मी के बीच देश के कुछ राज्यों में बारिश से थोड़ी राहत
उत्तर भारत के अधिकांश राज्य इस वक्त भीषण गर्मी से काफी प्रताड़ित नजर आ रहे हैं और प्रचंड गर्मी के बीच देश के कुछ राज्यों में बारिश से थोड़ी राहत जरूर मिली है। इनमें तमिलनाडु के पुडुकोट्टई में तेज बारिश हुई जिससे वहां के तापमान में गिरावट दर्ज की गई हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश के कुल्लू शहर में भी कई हिस्सों में बारिश हुई। उधर, मध्य प्रदेश के छतरपुर शहर में भी कई हिस्सों में तेज बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। वहीं बात करें ओडिशा की तो यहां भुवनेश्वर में झमाझम बारिश से मौसम अब सुहावना हो गया है। तेलंगाना के हैदराबाद में भी तेज बारिश से लोगों को इस भीषण गर्मी में काफी राहत मिली।
पूर्वोत्तर भारत में अगले 3 से 5 दिनों तक होगी भारी बारिश
मौसम विभाग ने पूर्वोत्तर राज्यों में आगामी तीन से पांच दिनों तक भारी बारिश की आशंका जताई है। वहीं अरुणाचल प्रदेश और मेघालय जैसे पड़ोसी राज्यों के साथ-साथ असम में भी लगातार बारिश हो रही है जिससे पूरे राज्य में बाढ़ की स्थिति और भी गंभीर हो गई है। बाढ़ के पानी से 14 जिलों के 309 गांव जलमग्न हैं और गांव पूरे तरीके से पानी में डूबे हुए हैं जिससे प्रभावित लोगों को संख्या बढ़कर 1 लाख से ऊपर पहुंच गई है। बाढ़ ग्रस्त जिलों में करीमगंज, बोंगाईगांव, तामलपुर, लखीमपुर, उदलगिरी, दारंग, धेमाजी,बारपेटा, नलबाड़ी, गोलपाड़ा, बक्सा जैसे इलाके शामिल हैं। करीमगंज में स्थापित किए गए 14 राहत शिविरों में फिलहाल तीन हजार से ज्यादा लोगों ने शरण ली है।
दूसरी और नागांव के कामपुर में कोपिली नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले पांच दिनों में असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, सिक्किम में गरज और तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।