चारधाम यात्रा उत्तराखंड : 5 दिन में पंजीकरण की संख्या 12 लाख के पार, पिछले वर्ष का टूटेगा रिकार्ड
उत्तराखंड की चारधाम यात्रा की शुरुआत 10 मई से होने जा रही है, जिसको लेकर प्रदेश सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। पहले पांच दिनों में 12 लाख से अधिक श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। यह आंकड़ा आने वाले समय में और तेजी से बढ़ेगा। चारधाम यात्रा उत्तराखंड, लोगों को हिंदुओं के चार सबसे पवित्र स्थलों, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में ले जाती है। मान्यता है कि इस यात्रा को करने से व्यक्ति का मन और आत्मा सभी सांसारिक बंधनों से शुद्ध हो जाती है और स्वतंत्रता की भावना पैदा होती है। इन गंतव्यों के रास्ते में, तीर्थयात्री कई अन्य पवित्र स्थानों की भी यात्रा करते हैं जिनमें ऋषिकेश, हरिद्वार और कई अन्य शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले 2 वर्ष में चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है। इसके साथ ही अन्य पर्यटन स्थलों पर भी बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। सुगम और सुरक्षित चारधाम यात्रा हो, यही सरकार का प्रयास है।
12 मई को खुलेंगे भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट
वर्ष 2023 में चारधाम में लगभग 55 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे। इस बार यह आंकड़ा और ज्यादा बढ़ सकता है। इसी वजह से यात्रा के लिए तैयारी को अंतिम रूप अभी से दिया जा रहा है। बता दें कि 10 मई को अक्षय तृतीया के दिन यमुनोत्री, गंगोत्री और बाबा केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। वहीं, 12 मई को भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट भी ग्रीष्मकालीन दर्शन के लिए खुलेंगे। इसके अलावा 25 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट भी खोले जाएंगे।
पांच दिनों में 12 लाख 48131 पंजीकरण, केदारनाथ के लिए सबसे अधिक
चारधाम यात्रा व हेमकुंड साहिब के लिए 16 अप्रैल से अब तक कुल 1248131 पंजीकरण हुए हैं। यमुनोत्री के लिए 219619, गंगोत्री के लिए 231983, केदारनाथ के लिए 422129, बद्रीनाथ के लिए 356716 और हेमकुंड साहिब के लिए 17684 पंजीकरण हुए हैं। इसमें सबसे अधिक केदारनाथ के लिए श्रद्धालुओं ने चार लाख 22 हजार 129 पंजीकरण कराया है।