भारत-अमेरिका के बीच 28 फरवरी को सुरक्षा वार्ता,आतंकवाद का मुकाबला एजेंडे में ऊपर
भारत और अमेरिका के बीच आगामी 28 फरवरी को सुरक्षा पर एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। इस दौरान चर्चा में आतंकवाद का मुकाबला,खालिस्तानी कट्टरपंथ, साइबर सुरक्षा और विमानन सुरक्षा जैसे मुद्दे शामिल किये जाने की उम्मीद है। सामाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक 28 फरवरी को राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और संयुक्त राज्य अमेरिका के उनके समकक्षों के अगुवाई में चर्चा की शुरुआत की जाएगी। चर्चा में आतंकवाद का मुकाबला,साइबर सुरक्षा,अवैध प्रवासन का मुकाबला, प्रत्यर्पण, विमानन सुरक्षा, ग्लोबल सप्लाई चेन की सुरक्षा और समुद्री सुरक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में सहयोग शामिल है।
आतंकी वित्तपोषण पर लगेगी लगाम
गौरतलब हो कि दोनों देशों के बीच इस प्रकार की आखिरी सुरक्षा वार्ता जनवरी 2022 में हुई थी। इस बार बातचीत के दौरान खालिस्तानी अलगाववादी संगठनों और अमेरिका में रहने वाले कई भगोड़ों से जुड़े कई मुद्दे उठाए जाने की उम्मीद है। इसके अलावा भारत में कट्टरपंथी विचारधाराओं के प्रसार,आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए आतंकवादी संगठनों द्वारा साइबर क्राइम का सहारा लेना जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होगी। इस दौरान भारत बैंकों, रेलवे, बिजली और ऊर्जा सुविधाओं और अस्पतालों सहित अपने आवश्यक बुनियादी ढांचे पर साइबर हमलों पर लगाम लगाने पर भी जोर होगा।
अवैध नशे पर कार्रवाई के लिए दोनों देशों के अधिकारी जिनमें भारत के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के अधिकारी और अमेरिकी ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (डीईए) के अधिकारी एक दूसरे से सहयोग लेंगे। इस दौरान भारत बैंकों, रेलवे, बिजली और ऊर्जा सुविधाओं और अस्पतालों सहित अपने आवश्यक बुनियादी ढांचे पर साइबर हमलों पर लगाम लगाने पर भी चर्चा में जोर रहेगा।
साइबर सुरक्षा पर होगी चर्चा
इससे पहले 2022 में, सरकार द्वारा संचालित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डेटा में सेंध लग गई थी। इसी कड़ी में कई चीनी लोन देने वाले ऐप्स और ऑनलाइन निवेश धोखाधड़ी द्वारा भारतीय डेटा के दुरुपयोग के कारण डेटा सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा बन गया। यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण जा रही है क्योंकि यह भारत को अमेरिका के साथ इन मुद्दों को उठाने के लिए एक और मंच प्रदान करेगी।
गौरतलब है कि पिछले साल राष्ट्रीय जांच एजेंसी के महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने संघीय जांच ब्यूरो के अपने समकक्ष क्रिस्टोफर रे से मुलाकात की थी। बैठक के दौरान गुप्ता ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर खालिस्तान समर्थक तत्वों द्वारा किए गए हमले के संबंध में अमेरिका में चल रही जांच पर चर्चा की। उन्होंने आतंकवादी संगठनों और संगठित आपराधिक सिंडिकेट के सदस्यों के बीच बढ़ती सांठगांठ पर जोर दिया,जो अमेरिका तक अपनी पहुंच बढ़ा रहा है।