वाराणसी में पीएम मोदी ने कहा- ‘काशी विश्वनाथ धाम देश को निर्णायक भविष्य की ओर ले जाने को तैयार’
दो दिवसीय वाराणसी दौरे के अन्तिम दिन बीएचयू पहुंचे प्रधानमंत्री का स्वागत शंख ध्वनि और पुष्प वर्षा के बीच किया गया। बरेका गेस्ट हाउस से प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी का काफिला कड़ी सुरक्षा के बीच स्वतंत्रता भवन सभागार में पहुंचा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के स्वतंत्रता भवन सभागार में काशी सांसद ज्ञान, सांसद संस्कृत व सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। संस्कृत के छात्रों को किताबें, निःशुल्क ड्रेस सेट, वाद्ययंत्र और 66 छात्रों में योग्यता छात्रवृत्ति वितरित कर सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता गैलरी का अवलोकन भी किया। इस दौरान पीएम मोदी ने बीएचयू में आयोजित समारोह को संबोधित भी किया। प्रधानमंत्री ने कहा, काशी विश्वनाथ धाम देश को निर्णायक भविष्य की ओर ले जाने को तैयार है।
शंख ध्वनि और पुष्प वर्षा के बीच हुआ प्रधानमंत्री का किया स्वागत
बताना चाहेंगे दो दिवसीय वाराणसी दौरे के अन्तिम दिन बीएचयू पहुंचे प्रधानमंत्री का स्वागत शंख ध्वनि और पुष्प वर्षा के बीच किया गया। बरेका गेस्ट हाउस से प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी का काफिला कड़ी सुरक्षा के बीच स्वतंत्रता भवन सभागार में पहुंचा। पूरे राह लोग प्रधानमंत्री के काफिले को देख हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ मोदी-मोदी का नारा लगाते रहे। कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
काशी विश्वनाथ धाम देश को निर्णायक भविष्य की ओर ले जाने को तैयार
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने भोजपुरी में लोगों का अभिवादन कर अपने संबोधन की शुरुआत की। पीएम ने कहा, ‘आप सब परिवार के लोगन के हमार प्रणाम। प्रधानमंत्री मोदी ने शिव मंत्र का उच्चारण करते हुए कहा कि कालातीत काशी सर्वविद्या की राजधानी है। आज काशी का सामर्थ्य स्वरूप फिर से संवर रहा है। यह पूरे भारत के लिए गौरव की बात है। आज काशी सांसद संस्कृत प्रतियोगिता, ज्ञान प्रतियोगिता, फोटोग्राफी प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत करने का मौका मिला। मैं उनके परिवार और गुरुजनों को बधाई देता हूं। जो सफलता से दूर रह गए मैं उनका भी अभिनंदन करता हूं।
पीएम मोदी ने बीएचयू में अपने 10 साल का रिपोर्ट कार्ड किया पेश
प्रधानमंत्री मोदी ने सर्वविद्या की राजधानी बीएचयू में अपने 10 साल का रिपोर्ट कार्ड भी पेश किया। पीएम ने कहा, 10 वर्षों में विकास की गंगा ने काशी को सींचा है। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम देश को निर्णायक भविष्य की ओर ले जाने के लिए फिर से राष्ट्रीय भूमिका में लौट रहा है।
काशी सर्वविद्या की राजधानी
उन्होंने यह भी कहा, काशी सर्वविद्या की राजधानी है। धाम परिसर में देश भर के विद्वान आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस काशी को समय से भी प्राचीन कहा जाता है, जिसकी पहचान को युवा पीढ़ी जिम्मेदारी से सशक्त कर रही है, ये दृश्य हृदय में संतोष भी देता है, गौरव की अनुभूति भी कराता है और यह विश्वास भी दिलाता है कि अमृत काल में सभी युवा देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
काशी विश्वनाथ धाम भारत को एक नई दिशा दे रहा है
उन्होंने कहा, काशी विश्वनाथ धाम भारत को एक नई दिशा दे रहा है। काशी केवल आस्था का केंद्र नहीं, ये भारत की शाश्वत चेतना का भी प्रतीक है। पूरी दुनिया से लोग शांति की तलाश में काशी आते हैं। काशी हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म का भी केंद्र है। यह आस्था का केंद्र काशी सामाजिक और राष्ट्रीय संकल्प के लिए ऊर्जा का केंद्र बन गया है।
नई काशी नए भारत की प्रेरणा बनकर उभरी
पीएम मोदी ने कहा, भारत एक यात्रा है, संस्कृत उसकी यात्रा का एक प्रमुख अध्याय है। भारत एक विचार है, संस्कृत उसकी अनुभूति है। भारत की प्रतिष्ठा में संस्कृत की बड़ी भूमिका है। नई काशी नए भारत की प्रेरणा बनकर उभरी है। आज काशी को विरासत और विकास के मॉडल के रूप में देखा जा रहा है।
काशी के बाद अब अयोध्या भी निखर रही है
पीएम ने कहा कि काशी के बाद अब अयोध्या भी निखर रही है। पीएम ने कहा, रामलला के विराजने के बाद अब अयोध्या भी निखर रही है। उन्होंने आगे जोड़ते हुए कहा अगले पांच वर्षों में देश सफलता के नए कीर्तिमान गढ़ेगा। यह मोदी की गारंटी है। गारंटी पूरा होने की गारंटी है।