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सेमीकंडक्टर की दुनिया में प्रवेश करने के इच्छुक युवाओं को अब अपना राज्य नहीं पड़ेगा छोड़ना : राजीव चंद्रशेखर

सेमीकंडक्टर की दुनिया में प्रवेश करने के इच्छुक युवाओं को अब अपना राज्य नहीं पड़ेगा छोड़ना : राजीव चंद्रशेखर
  • PublishedFebruary 16, 2024

असम में जल्द ही लगभग 25,000 करोड़ रुपये का पहला सेमीकंडक्टर पैकेजिंग प्लांट होगा। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने यह घोषणा पहले डिजिटल इंडिया फ्यूचर स्किल्स समिट के संबोधन के दौरान की, जो गुरुवार को गुवाहाटी विश्वविद्यालय के बिरिंची कुमार बरुआ ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया था।

असम में जल्द ही लगभग 25,000 करोड़ रुपये का पहला सेमीकंडक्टर पैकेजिंग प्लांट होगा। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने यह घोषणा पहले डिजिटल इंडिया फ्यूचर स्किल्स समिट के संबोधन के दौरान की, जो गुरुवार (15 फरवरी) को गुवाहाटी विश्वविद्यालय के बिरिंची कुमार बरुआ ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर की दुनिया में प्रवेश करने के इच्छुक युवा भारतीयों को अब अपना राज्य छोड़ने या दूसरे शहरों की यात्रा करने की आवश्यकता नहीं होगी।

इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय ने बताया कि उद्योग और शिक्षा जगत के अग्रिम व्यक्तियों के साथ गुवाहाटी में पहली बार डिजिटल इंडिया भविष्य कौशल शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया गया। राजीव चंद्रशेखर ने भविष्य के कौशल को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनियों का उद्घाटन भी किया। उन्होंने स्टार्ट-अप्स और अकादमिक क्षेत्र के कई प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की। इस शिखर सम्मेलन में एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया, जिसमें 30 से अधिक अभिनव भविष्य कौशल प्रौद्योगिकियों और समाधानों का प्रदर्शन किया गया।

इस शिखर सम्मेलन ने एनआईईएलआईटी और उद्योग क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों व शिक्षा जगत के बीच 30 से अधिक रणनीतिक सहभागिता की सुविधा प्रदान की। इनमें इन्टेल, एचसीएल, माइक्रोसॉफ्ट, किंड्रिल, आईआईएम- रायपुर, आईआईआईटीएम ग्वालियर व विप्रो आदि शामिल है। इन सहभागिताओं का उद्देश्य शिक्षा और उद्योग के बीच की दूरी को समाप्त करना है।

इस अवसर पर अपने सम्बोधन में केंद्रीय आईटी मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने कहा कि फ्यूचरस्किल्स युवा भारतीयों के लिए अवसरों की दुनिया ला रहा है ताकि वे उन्हें हासिल कर सकें, सफल हो सकें और एक प्रतिभा पूल के निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर सकें जो तकनीक के भविष्य को शक्ति प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि असम के पास जल्द ही 25,000 करोड़ सेमीकंडक्टर पैकेजिंग प्लांट होगा। सेमीकंडक्टर्स की दुनिया में प्रवेश करने के इच्छुक असम के युवा भारतीयों को अब अपना राज्य छोड़ने या दूसरे शहरों की यात्रा करने की आवश्यकता नहीं होगी।

राजीव चन्द्रशेखर ने कहा कि आने वाले वर्षों में पीएम मोदी की नीतियों के कारण, उनके लिए कई अवसर खुलेंगे। छात्रों को एआई, साइबर सुरक्षा और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में खुद को सशक्त बनाने और कौशल से लैस करने की आवश्यकता है। इन क्षेत्रों में विश्व की सबसे बड़ी कंपनियां, जिनमें एनवीआडीआईए, इन्टेल, एएमडी, एचसीएल, विप्रो और आईबीएम शामिल हैं, आज यहां गुवाहाटी में मौजूद हैं। वे सभी एक ही संदेश साझा करते हैं – रोजगार के जबरदस्त अवसर हैं, लेकिन इसके लिए कौशल निर्माण बहुत महत्वपूर्ण है।