हमारा प्रयास ऐसे देश के निर्माण का है, जहां हर लड़की को सीखने, बढ़ने व पनपने का अवसर मिले : पीएम मोदी
हर वर्ष 24 जनवरी को देश में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रीय बालिका दिवस का उद्देश्य देश में लड़कियों को समर्थन और अवसर प्रदान करना हैं । इसके तहत कन्याओं के अधिकारों, शिक्षा के महत्त्व, उनके स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का लक्ष्य है। साथ ही समाज में लड़कियों को प्रोत्साहन देना है, ताकि समाज में वे बेहतर जीवन जी सकें। राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुरुआत सबसे पहले 2008 में महिला और बाल विकास मंत्रालय ने की थी। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, राष्ट्रीय बालिका दिवस पर, हम बालिकाओं की अदम्य भावना और उपलब्धियों को सलाम करते हैं। हमारी सरकार एक ऐसे राष्ट्र के निर्माण के लिए कई प्रयास कर रही है जहां हर लड़की को सीखने, बढ़ने और पनपने का अवसर मिले।
देश भर में आज राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर कन्याओं के अधिकारों, उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा हैं।
हर वर्ष 24 जनवरी को देश में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रीय बालिका दिवस का उद्देश्य देश में लड़कियों को समर्थन और अवसर प्रदान करना हैं । इसके तहत कन्याओं के अधिकारों, शिक्षा के महत्त्व, उनके स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का लक्ष्य है। साथ ही समाज में लड़कियों को प्रोत्साहन देना है, ताकि समाज में वे बेहतर जीवन जी सकें। राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुरुआत सबसे पहले 2008 में महिला और बाल विकास मंत्रालय ने की थी। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, राष्ट्रीय बालिका दिवस पर, हम बालिकाओं की अदम्य भावना और उपलब्धियों को सलाम करते हैं। हमारी सरकार एक ऐसे राष्ट्र के निर्माण के लिए कई प्रयास कर रही है जहां हर लड़की को सीखने, बढ़ने और पनपने का अवसर मिले।
पीएम मोदी ने एक्स पर कहा
पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स (x) पर एक पोस्ट साझा की जिसमें उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय बालिका दिवस पर, हम बालिकाओं की अदम्य भावना और उपलब्धियों को सलाम करते हैं। हम सभी क्षेत्रों में प्रत्येक बालिका की समृद्ध क्षमता को भी पहचानते हैं। वे परिवर्तन-निर्माता हैं जो हमारे देश और समाज को बेहतर बनाते हैं। पिछले दशक में, हमारी सरकार एक ऐसे राष्ट्र के निर्माण के लिए कई प्रयास कर रही है जहां हर लड़की को सीखने, बढ़ने और पनपने का अवसर मिले।”
https://x.com/narendramodi/status/1749994107509112935?s=20
लड़कियों के प्रति समाज के नजरिये को बदला जाये
ज्ञात हो कि लैंगिक असमानता एक प्रमुख समस्या है, जिसका सामना लड़कियों या महिलाओं को जीवन भर करना पड़ता है। राष्ट्रीय बालिका दिवस का उद्देश्य है कि लड़कियों के अधिकारों के प्रति सबको जागरूक किया जाये तथा अन्य लोगों की भांति लड़कियों को भी सभी अवसर मिलें। इसके अलावा देश की लड़कियों को समर्थन दिया जाये तथा लैंगिक पूर्वाग्रहों को मिटाया जाये। इस दिवस को मनाने का एक अन्य उद्देश्य यह भी है कि उन असमानताओं के बारे में जागरूकता बढ़ाई जाये, जिन असमानताओं का सामना एक लड़की को करना पड़ता है। लोगों को लड़कियों की शिक्षा के बारे में शिक्षित करना भी इसके उद्देश्यों में शामिल है। बुनियादी तौर पर लड़कियों की महत्ता को समझा जाये और भेदभाव की भावना को मिटाया जाये। मुख्य ध्यान इस बात पर दिया जाना है कि लड़कियों के प्रति समाज के नजरिये को बदला जाये, कन्या-भ्रूण हत्या को रोका जाये और घटते लैंगिक अनुपात के प्रति लोगों को जागरूक किया जाये।
लड़कियों के हालात सुधारने के लिये भारत सरकार ने अनेक कदम उठाये
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने बताया कि गत वर्षों में लड़कियों के हालात सुधारने के लिये भारत सरकार ने अनेक कदम उठाये हैं। सरकार ने कई अभियानों और कार्यक्रमों की शुरुआत की है, जिनमें से बेटियों को बचाओ, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ,सुकन्या समृद्धि योजना, सीबीएसई उड़ान योजना, लड़कियों के लिये मुफ्त या राजसहायता प्राप्त शिक्षा, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में महिलाओं के लिये आरक्षण और माध्यमिक शिक्षा के लिये लड़कियों को प्रेरित करने की राष्ट्रीय योजना तथा अन्य और भी हैं।
मंत्रालय ने जानकारी दी कि आज राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर कन्याओं के अधिकारों, उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये देशभर में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा।