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झूठे आरोपों में फंसी महिला को सम्मान, मचा बवाल, सीएम ने दिए जांच के आदेश

झूठे आरोपों में फंसी महिला को सम्मान, मचा बवाल, सीएम ने दिए जांच के आदेश
  • PublishedMarch 10, 2025

जींद, 10 मार्च: हरियाणा के जींद, रोहतक और हिसार में 26 लोगों पर दुष्कर्म के झूठे आरोप लगाने वाली रेखा धीमान को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर इंदिरा गांधी पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर विवाद खड़ा हो गया है। पंचकूला में सीएम नायब सैनी ने रेखा धीमान को सम्मानित किया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर इस फैसले की जमकर आलोचना हो रही है। विवाद बढ़ने पर सीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। जांच चंडीगढ़ में तैनात एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को सौंपी जाएगी।

33 दिन जेल में बिता चुकी है रेखा धीमान
जींद जिले के नरवाना की कथित समाज सेविका रेखा धीमान पर झूठे केस दर्ज कराने के कई आरोप हैं। साल 2020 में उन्होंने जींद के 12 लोगों पर नशीला पदार्थ खिलाकर दो साल तक दुष्कर्म करने, धमकी देने और खाते से पैसे निकालने का केस दर्ज कराया था। जांच में आरोप झूठे साबित हुए, जिसके बाद पुलिस ने रेखा धीमान पर ही केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर 33 दिन तक जेल भेज दिया था।

इतना ही नहीं, 2009, 2012 और 2015 में भी उन्होंने गांव, रोहतक और हिसार में अलग-अलग लोगों पर इसी तरह के आरोप लगाए थे, लेकिन हर बार जांच में मामले फर्जी पाए गए।

महिला एवं बाल विकास विभाग पर उठे सवाल
रेखा धीमान का नाम जींद महिला एवं बाल विकास विभाग ने सम्मानित महिलाओं की सूची में भेजा था, जबकि विभाग के अधिकारियों को उनकी पृष्ठभूमि की जानकारी थी। अब सवाल उठ रहा है कि इस तरह की विवादित महिला का नाम सूची में कैसे शामिल किया गया?

सोशल मीडिया पर विवाद, सीएम ने दिए जांच के आदेश
इस मामले के सामने आते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। बढ़ते विरोध के बाद सीएम नायब सैनी ने तुरंत जांच के आदेश जारी किए। सीएम के मीडिया कोऑर्डिनेटर अशोक छाबड़ा ने कहा कि दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।

वहीं, जींद के डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि रेखा धीमान का नाम सम्मानित होने वाली महिलाओं की सूची में शामिल किया गया है। फिलहाल, रेखा धीमान का इस पूरे विवाद पर कोई बयान सामने नहीं आया है।