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भारत के पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क: राष्ट्रपति मुर्मु

भारत के पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क: राष्ट्रपति मुर्मु
  • PublishedJanuary 31, 2025

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शुक्रवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है। उन्होंने कहा कि देश का मेट्रो रेल नेटवर्क अब 1000 किलोमीटर के मील के पत्थर को पार कर चुका है और “भारत के पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है”।

रेल नेटवर्क के विस्तार और आधुनिकीकरण और सरकार की उपलब्धियों पर डाली रोशनी

राष्ट्रपति ने रेल नेटवर्क के विस्तार और आधुनिकीकरण तथा पहली बार असंबद्ध क्षेत्रों को जोड़ने में सरकार की उपलब्धियों पर रोशनी डालते हुए कहा, “आज, कई वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत ट्रेनें चलाई जा रही हैं। पिछले छह महीनों में, 17 नई वंदे भारत ट्रेनें और एक नमो ट्रेन शुरू की गई हैं। सरकार तेजी से काम कर रही है… पिछले एक दशक में, सरकार ने विकसित भारत की यात्रा को नई ऊर्जा दी है।”

पिछले छह महीनों में केंद्र सरकार ने भविष्य के बुनियादी ढांचे में रिकॉर्ड निवेश किया

उन्होंने यह भी कहा कि पिछले छह महीनों में केंद्र सरकार ने भविष्य के बुनियादी ढांचे में रिकॉर्ड निवेश किया। उन्होंने कहा, “मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक परियोजना पूरी हो गई है और अब देश कश्मीर से कन्याकुमारी तक रेलवे लाइन से जुड़ जाएगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल बनाया गया है।”

डिजिटल धोखाधड़ी रोकने के लिए सरकार कर रही काम

यात्री और मालगाड़ियों के सफल ट्रायल रन के बाद, उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (USBRL) परियोजना फरवरी 2025 के पहले सप्ताह में अपने बहुप्रतीक्षित आधिकारिक उद्घाटन के लिए तैयार है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि डिजिटल धोखाधड़ी और डीपफेक राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौतियां हैं और सरकार इसे रोकने के लिए काम कर रही है।

साइबर सुरक्षा में दक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में लगातार काम कर रही है सरकार

उन्होंने कहा, “सरकार साइबर सुरक्षा में दक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में लगातार काम कर रही है। डिजिटल धोखाधड़ी, साइबर अपराध और डीपफेक सामाजिक, वित्तीय और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौतियां हैं।” उन्होंने कहा कि आज भारत डिजिटल तकनीक के क्षेत्र में एक प्रमुख वैश्विक खिलाड़ी के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है।

भारत की यूपीआई लेनदेन प्रणाली की सफलता से दुनिया के विकसित देश भी प्रभावित

“भारत की यूपीआई लेनदेन प्रणाली की सफलता से दुनिया के विकसित देश भी प्रभावित हैं…मेरी सरकार ने सामाजिक न्याय और समानता के लिए डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल किया है।” राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार का लक्ष्य भारत को वैश्विक नवाचार शक्ति बनाना है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य भारत को वैश्विक नवाचार शक्ति बनाना है…आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भारत का एआई मिशन शुरू हो गया है।”

लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मु ने सरकार की विभिन्न योजनाओं और लक्ष्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सरकार गरीबों और मध्यम वर्ग के सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है और भारत को वैश्विक नवाचार शक्ति बनाने का लक्ष्य भी बना रही है। राष्ट्रपति ने कहा, “आज हमारे युवा स्टार्टअप से लेकर खेल और अंतरिक्ष तक हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रहे हैं…भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और तकनीक को अपनाने के क्षेत्र में दुनिया को रास्ता दिखा रहा है।”