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अंतरिक्ष में इसरो की सेंचुरी, जानिए इसरो की अंतरिक्ष यात्रा के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक पड़ाव

अंतरिक्ष में इसरो की सेंचुरी, जानिए इसरो की अंतरिक्ष यात्रा के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक पड़ाव
  • PublishedJanuary 29, 2025

भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने बुधवार सुबह आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपण यान जीएसएलवी-एफ15 के जरिए अपना 100वां मिशन, एनवीएस-02 नेविगेशन सैटेलाइट लॉन्च किया है। अपनी इस कामयाबी को लेकर इसरो ने कहा कि भारत अंतरिक्ष नेविगेशन में नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया।

जीएसएलवी-एफ15 रॉकेट ने सुबह 6:23 बजे उड़ान भरी, जिसमें एनवीएस-02 नेविगेशन सैटेलाइट अंतरिक्ष में पहुंचाया गया। यह लॉन्च इसरो की एक बड़ी उपलब्धि है, जो देश की अंतरिक्ष अनुसंधान क्षमताओं को दर्शाती है। इस मौके पर इसरो की अंतरिक्ष यात्रा के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक पड़ाव की बात करना भी अहम होगा। जी हां, अंतरिक्ष में इसरो ने आज सेंचुरी जरूर लगाई है लेकिन शुरुआत से लेकर अब तक इसरो की अंतरिक्ष यात्रा के कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक पड़ाव रहे हैं जिनके बारे में यहां बताया गया है।

ये हैं इसरो के अंतरिक्ष यात्रा के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक पड़ाव :

-1962 में अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए आर के रामनाथन भारतीय राष्ट्रीय समिति का गठन किया गया।
– भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक विक्रम साराभाई के मार्गदर्शन में शुरुआत हुई।
– 1963 में ऊपरी वायुमंडलीय क्षेत्र में दबाव को समझने के उद्देश्य से पहला रॉकेट लॉन्च किया।
– 1975 में भारत में पूरी तरह से डिजाइन किया गया पहला भारतीय उपग्रह आर्यभट्ट रूस से लॉन्च किया गया।
– 1977 में दूरसंचार के लिए पहला उपग्रह बनाया गया।
– 1979 में पहला रिमोट सेंसिंग उपग्रह भास्कर-1 लॉन्च किया गया।
– 1980 में भारत का पहला सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल बनाया गया।
– 1988 में पहला भारतीय रिमोट सेंसिंग (आईआरएस) उपग्रह आईआरएस-1ए के साथ प्रक्षेपित किया गया।
– 2008 में भारत का पहला मानवरहित चंद्र मिशन चंद्रयान-1 सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया
– 2009 में सभी मौसमों में काम करने की क्षमता वाला रडार इमेजिंग सैटेलाइट RISAT-2 लॉन्च किया गया।
– 2013 में मंगल ऑर्बिट मिशन प्रक्षेपित किया, जिसका नाम मंगलयान रखा गया।
– 2017 में इसरो ने एक लॉन्चर से 104 उपग्रह प्रक्षेपित करने का रिकॉर्ड बनाया।
– 2019 में चंद्रयान-2 लॉन्च चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाले पहले अंतरिक्ष मिशन के रूप में लॉन्च
– 2023 में इसरो ने चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण के साथ एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की।
– 2024 में इसरो ने SPADEX यानी स्पेस डॉकिग एक्सपेरिमेंट मिशन लॉन्च किया।
– जनवरी 2024 में इसरो ने अपना स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट (SPADEX) सफलतापूर्वक पूरा किया।
– भारत सैटेलाइट डॉकिंग हासिल करने वाला चौथा देश बना।