लोकसभा में विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने कहा- भारत और चीन सीमा विवाद सुलझाने के लिए कई दशकों से कर रहे हैं बातचीत
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान मंगलवार को लोकसभा में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने चीन से जुड़े हालिया घटनाक्रम पर जानकारी दी। विदेश मंत्री ने भारत-चीन संबंधों पर बात करते हुए कहा 2020 से हमारे संबंध असामान्य रहे हैं, जब चीनी कार्रवाइयों के परिणामस्वरूप सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सौहार्द भंग हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और चीन सीमा विवाद को सुलझाने के लिए कई दशकों से बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे निरंतर राजनयिक जुड़ाव ने हमारे संबंधों को कुछ सुधार की दिशा में अग्रसर किया है।
38,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर चीन का अवैध कब्जा
विदेश मंत्री ने जोर देते हुए कहा, सदन इस तथ्य को जानता है कि 1962 में विवाद के कारण चीन हमारे 38,000 वर्ग किमी क्षेत्र पर अक्साई चीन में अवैध कब्जा जमाए है। पाकिस्तान ने 1963 में हमारे उस 5180 वर्ग किमी क्षेत्र को अवैध रूप से चीन के हवाले कर दिया जो 1948 से पाक के पास था।
सीमा विवाद सुलझाने के लिए कई दशकों से कर रहे बातचीत
आगे जोड़ते हुए उन्होंने कहा भारत और चीन सीमा विवाद को सुलझाने के लिए कई दशकों से बातचीत कर रहे हैं। हालांकि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) तो है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच आम सहमति नहीं है।