न्यू नोएडा को बसाने के लिए स्टाफ की जल्द होगी पोस्टिंग, जमीन के अधिग्रहण के लिए सेटेलाइट से किया जा रहा सर्वे
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उत्तर प्रदेश में अब गौतम बुद्ध नगर का न्यू नोएडा के रूप में विस्तार होने जा रहा है। न्यू नोएडा मास्टर प्लान अप्रूव हो चुका है। जमीन अधिग्रहण के लिए 1000 करोड़ रुपए रिजर्व किए गए हैं। नोएडा प्राधिकरण के स्वीकृत पदों से ही डीएनजीआईआर के गठित सेल में स्टाफ को पोस्ट किया जाएगा। ताकि समय से न्यू नोएडा को बसाने की प्रक्रिया को शुरू किया जा सके। नोएडा प्राधिकरण न्यू नोएडा (डीएनजीआईआर) का नोडल है। ऐसे में अधिग्रहण से लेकर नया शहर बसाने की जिम्मेदारी प्राधिकरण की है।
प्लांड सिटी बसाने के लिए यहां कुल 43 पद स्वीकृत
नोएडा और न्यू नोएडा यानी डीएनजीआईआर में प्लाट काटने , प्लांड सिटी बसाने के लिए यहां कुल 43 पद स्वीकृत हैं। इसमें से महज 5 पद पर ही अधिकारी नियुक्त हैं। 38 पद खाली हैं। ऐसे में डीएनजीआईआर का काम बाधित हो रहा है। बता दें प्लानिंग विभाग का काम अर्जित भूमि पर नक्शा बनाना, प्लाट काटना और योजनाओं को खसरे के अनुसार सुपर इंपोज करना है।
सबसे पहले जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया
न्यू नोएडा में सबसे पहले जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया की जाएगी। यहां किसानों से आपसी सहमति से जमीन खरीदी जाएगी। इसके लिए प्राधिकरण के भू लेख के साथ सलाहकार कंपनी भी मदद करेगी। हालांकि स्टाफ की कमी के चलते ये काम धीमी गति से चल रहा है। वर्तमान में नोएडा प्राधिकरण में भू लेख विभाग में 24 पद स्वीकृत हैं। इन सभी पद को मिलाकर कुल 9 अधिकारी ही नियुक्त हैं। 17 अब भी खाली हैं। जबकि बिना इन अधिकारियों का जमीन अधिग्रहण करना मुश्किल है।
जमीन के अधिग्रहण के लिए सेटेलाइट किया जा रहा सर्वे
न्यू नोएडा में जमीन अधिग्रहण का रास्ता साफ हो गया है। यहां आपसी सहमति के आधार पर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके लिए सेटेलाइट सर्वे किया जा रहा है। जिसमें सभी फेज की तस्वीरें ली जा रही हैं। इसी निर्माण के अनुसार ही आबादी की जमीन का निर्धारण किया जाएगा। क्योंकि प्राधिकरण ने अक्टूबर 2024 में न्यू नोएडा की अधिसूचित करीब 209 वर्ग किमी के एरिया में निर्माण पर रोक लगा दी है। प्राधिकरण ने बताया कि न्यू नोएडा के पहले फेज में 3165 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत की जाएगी।