प्रधानमंत्री मोदी ने आईटीयू विश्व दूरसंचार मानकीकरण असेंबली 2024 का किया उद्घाटन
भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) के 26वें महानिदेशक के रूप में परमेश शिवमणि ने कार्यभार संभाल लिया है। वह 35 वर्षों से अधिक के अपने शानदार करियर के दौरान तटवर्ती और समुद्री क्षेत्र में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। उन्हें उत्कृष्ट सेवा के लिए 2014 में तटरक्षक पदक और 2019 में राष्ट्रपति तटरक्षक पदक से सम्मानित किया गया था। वे 2012 में डीजी कोस्ट गार्ड प्रशस्ति और 2009 में फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (पूर्व) प्रशस्ति से भी सम्मानित किये जा चुके हैं।
नौ-संचालन और दिशा-निर्देशन के विशेषज्ञ
कोस्ट गार्ड के अनुसार महानिदेशक परमेश शिवमणि नौ-संचालन और दिशा-निर्देशन के विशेषज्ञ हैं और उनकी समुद्री कमान में उन्नत समुद्री गश्ती जहाज ‘समर’ और ‘विश्वस्त’ सहित भारतीय तट रक्षक बल के सभी प्रमुख जहाज शामिल हैं। वे तटरक्षक क्षेत्र (पूर्व), तटरक्षक क्षेत्र (पश्चिम), तटरक्षक कमांडर (पूर्वी समुद्र तट) के शीर्ष पदों पर रहे हैं। वे नेशनल डिफेंस कॉलेज, नई दिल्ली और डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन के पूर्व छात्र हैं। कार्यभार संभालने के बाद उन्हें मुख्यालय में गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया।
कई ऑपरेशन में निभाई है जिम्मेदारी
महानिदेशक परमेश शिवमणि को सितंबर 2022 में अपर महानिदेशक के पद पर पदोन्नत किया गया और फिर उनकी नियुक्ति तटरक्षक मुख्यालय, नई दिल्ली में की गई थी। उन्हें अगस्त, 2024 में तटरक्षक महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया। इस अवधि के दौरान कई महत्वपूर्ण ऑपरेशन और अभ्यास संपन्न किए गए, जिनमें करोड़ों रुपये की नशीली दवाओं, मादक पदार्थों और सोने की जब्ती, गंभीर चक्रवाती तूफानों के दौरान नाविकों का बचाव, विदेशी तट रक्षकों के साथ संयुक्त अभ्यास, अवैध शिकार विरोधी अभियान, चक्रवातों/प्राकृतिक आपदाओं के दौरान मानवीय सहायता और तटीय सुरक्षा अभ्यास शामिल हैं।