बॉलर जिसने टेस्ट में 3 बार पारी की पहली और आखिरी गेंद पर लिया विकेट, लिस्ट में भारत का स्पिनर भी
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नई दिल्ली. टेस्ट क्रिकेट में कई बॉलर पारी की पहली और आखिरी बॉल पर विकेट लेने का कमाल कर चुके हैं. टेस्ट में पारी की पहली और आखिरी बॉल पर विकेट की उपलब्धि पहली बार वेस्टइंडीज (West Indies cricket team) के दिग्गज फास्ट बॉलर एंडी रॉबर्ट्स ने हासिल की थी, उन्होंने दिसंबर 1974 में भारत के खिलाफ कलकत्ता (कोलकाता) में पारी की पहली बॉल पर सुधीर नाइक और आखिरी बॉल पर ईरापल्ली प्रसन्ना को आउट किया किया था. इसके बाद से टेस्ट में अब तक एक दर्जन से अधिक बॉलर यह कारनामा कर चुके हैं. वेस्टइंडीज के ही बाएं हाथ के तेज गेंदबाज पेड्रो कॉलिंस (Pedro Collins) ने तो 32 टेस्ट के करियर में सर्वाधिक 3 बार ऐसा किया है. खास बात यह है कि उन्होंने तीनों ही बार बांग्लादेश (Bangladesh cricket team) के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की और इस दौरान उनकी पहली बॉल पर आउट होने वाला बैटर भी सेम था.
दक्षिण अफ्रीका के डेल स्टेन दो बार पारी की पहली और आखिरी बॉल पर विकेट ले चुके हैं. चूंकि पारी का पहला ओवर आमतौर पर फॉस्ट बॉलर ही फेंकते हैं, इस कारण सूची में एक को छोड़ सभी स्पीडस्टर ही हैं. अब तक जिस एक स्पिनर ने पारी की पहली और आखिरी बॉल पर विकेट लेने का कमाल किया है वे हैं भारत के ऑफब्रेक बॉलर रविचंद्रन अश्विन. 2021-22 में अपने होमग्राउंड चेन्नई में अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ इस खास क्लब में नाम दर्ज कराया था.
कॉलिंंस फुटबॉल से शुरुआत करने के बाद बने थे क्रिकेटर
बारबडोस में 1976 में जन्मे कॉलिंस शुरुआत में फुटबॉल खेलते थे लेकिन बाद में उन्होंने कैरेबियन द्वीप के उस दौर के अन्य युवाओं की तरह क्रिकेट को चुना. अच्छी गति से बॉलिंग करने के साथ ही वे स्विंग कराने में भी माहिर थे, इस कारण दिग्गज बैटरों के लिए उनका सामना करना आसान नहीं होता था. इसके बावजूद फिटनेस कारणों से कॉलिंस का करियर लंबा नहीं चल सका और 1999 से 2006 के बीच 32 टेस्ट व 30 वनडे ही वे खेल सके. टेस्ट में 34.63 के औसत से 106 (सर्वश्रेष्ठ 6/53)और वनडे में 31.07 के औसत से 39 विकेट (सर्वश्रेष्ठ 5/43) विकेट उनके नाम पर दर्ज हैं.
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2002 : पहली बॉल पर सरकार, लास्ट बॉल पर हक बने शिकार
कॉलिस ने सबसे पहले बांग्लादेश के खिलाफ दिसंबर 2002 के ढाका टेस्ट में पारी की पहली और आखिरी बॉल पर विकेट लिया. इसके बाद 2004 में सेंट लूसिया और किंग्स्टन टेस्ट में ऐसा किया. ढाका टेस्ट में इंडीज टीम ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग चुनी और कॉलिंस ने इस निर्णय को सार्थक करते हुए मैच और पारी की पहली ही गेंद पर हन्नान सरकार को बोल्ड कर दिया. पारी का आखिरी विकेट भी इनामुल हक के रूप में कॉलिंस के ही खाते में गया. उन्होंने पारी में 26 रन देकर 5 विकेट हासिल करते हुए बांग्लादेश की पहली पारी को 139 रन पर समेट दिया और टीम की पारी की जीत में अहम भूमिका निभाई थी.
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2004 : सेंट लूसिया और किंग्स्टन टेस्ट में दोहराई उपलब्धि
वर्ष 2004 में बांग्लादेश टीम के इंडीज दौरे के दो टेस्ट में कॉलिंस ने फिर इस कारनामे को दोहराया.28 मई 2004 से शुरू हुए सेंट लूसिया के पहले टेस्ट में उन्होंने फिर मैच और पारी की पहली गेंद पर हन्नान सरकार को आउट किया. यह बॉग्लादेशी ओपनर इस बार LBW हुआ. कॉलिंस ने 10वें विकेट के रूप में मोहम्मद रफीक को बोल्ड करके विपक्षी टीम की पारी का अंत किया. 34 टेस्ट खेलने के बाद पहली जीत हासिल करने वाले बांग्लादेश के लिए सांत्वना देने वाली बात यही रही कि वह यह टेस्ट ड्रॉ करने में सफल रहा.
जून 2004 में हुए किंग्स्टन टेस्ट में हन्नान सरकार Vs कॉलिंंस के मुकाबले में फिर कैरेबियन बॉलर ने पहली बॉल पर विकेट लिया. मैच और पारी की पहली गेंद पर उन्होंने सरकार को LBW किया और 10वें विकेट के तौर पर पारी के 95वें ओवर की आखिरी बॉल पर तापस बैश्य को ड्वेन स्मिथ से कैच कराया. बांग्लादेश की पहली पारी 284 पर सिमटी. कॉलिंस ने बांग्लादेश की दूसरी पारी में फिर सरकार (10) सहित 6 बैटरों को आउट किया. मैच में 9 विकेट लेकर उन्होंने टीम की पारी की जीत में खास भूमिका निभाई थी. साथ ही पारी की पहली और आखिरी गेंद पर विकेट लेने का कारनामा 3 बार करने वाले दुनिया के पहले बॉलर बने.
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डेल स्टेन ने टेस्ट में दो बार किया यह कमाल
दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने 2009 और 2016 में पारी की पहली और आखिरी गेंद पर विकेट लेने की उपलब्धि हासिल की थी. जनवरी 2010 के जोहानिसबर्ग टेस्ट में मैच और पारी की पहली गेंद पर उन्होंने इंग्लैंड के कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस को अमला से कैच कराया और फिर ग्रीम स्वान के तौर पर पारी का आखिरी विकेट भी अपने नाम किया. यह टेस्ट दक्षिण अफ्रीका ने पारी के अंतर से जीता था. अगस्त 2016 के सेंचुरियन टेस्ट में स्टेन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ फिर पारी की पहली और आखिरी गेंद पर विकेट लिया. कीवी टीम की दूसरी पारी में बॉलिंग की शुरुआत करते हुए उन्होंने पहली बॉल पर टॉम लॉथम को बोल्ड किया और फिर हेनरी निकोलस को रबाडा के हाथों कैच कराकर मेहमानों की पारी 195 रनों पर समेट दी थी. टेस्ट दक्षिण अफ्रीका की टीम ने 204 रनों से जीता.