बाढ़ से जूझ रहे आंध्र प्रदेश के लिए केंद्र सरकार की मदद, 3400 करोड़ के SDRF का बाढ़ प्रभावितों के तत्काल राहत में उपयोग
आंध्रप्रदेश व विजयवाड़ा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान ने राहत की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फंड (एसडीआरएफ) का उपयोग प्रभावितों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए किया जाएगा।
केला, हल्दी, धान व सब्जियों की फसलों को 100 प्रतिशत नुकसान
दरअसल, केंद्रीय मंत्री शिवराज चौहान एक दिन पूर्व गुरुवार को प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर शुक्रवार को बाढ़ प्रभावितों के लिए राहत की घोषणा की। आंध्रप्रदेश में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बाढ़ से नुकसान का आकलन किया गया। बाढ़ के कारण किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई और केला, हल्दी, धान व सब्जियों की फसलों को 100 प्रतिशत नुकसान हुआ है। इस नुकसान को देखते हुए आंध्रप्रदेश में 3400 करोड़ रुपये से अधिक के स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फंड (एसडीआरएफ) का उपयोग प्रभावितों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार, मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई वाली राज्य सरकार के साथ पूरा सहयोग कर रही है।
बाढ़ की स्थिति व क्षतिग्रस्त फसल का आकलन
केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बुडामेर कैचमेंट का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्हाेंने जक्कामपूड़ी मिल्क फैक्ट्री, कंद्रिका, अजीत सिंह नगर, अंबापुरम सहित अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भी जायजा लिया। इस सर्वेक्षण का उद्देश्य क्षेत्र की बाढ़ की स्थिति व क्षतिग्रस्त फसल का आकलन करना है। केंद्रीय कृषि मंत्री ने दौरे के दौरान कहा कि अधिकारी फसल क्षति का आकलन करने के लिए राज्य सरकार के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है।
आंध्र प्रदेश में 19 लोगों की मौत
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने एक दिन पहले जारी बयान में कहा कि राज्य में बाढ़ की वजह से 19 लोगों की मौत हो गई है। 200 जानवर मृत पाए गए हैं। बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों से 600,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है। भारी बारिश ने विशेष रूप से कृष्णा और गुंटूर जिलों को प्रभावित किया है, जिससे सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं और 129 हेक्टेयर भूमि पर जलभराव हो गया है।