भारत और सिंगापुर के बीच दूसरी मंत्रिस्तरीय बैठक सम्पन्न, आपसी सहयोग पर जोर
भारत- सिंगापुर के बीच बीते सोमवार को प्रौद्योगिक,आर्थिक, कूटनीतिक व वाणिज्य क्षेत्र में आपसी सहयोग को प्रगाढ़ करने के लिए दूसरी मंत्रिस्तरीय बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, उद्योग व वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और सूचना-प्रौद्योगिकी व इलेक्ट्रानिक्स मंत्री अश्विनी वैष्णव सिंगापुर पहुंचे। चारों मंत्रियों ने सिंगापुर में प्रधानमंत्री लारेंस वोंग और राष्ट्रपति टी शन्मुगुरत्नम से भी अलग-अलग बैठकें भी कीं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जल्द ही प्रस्तावित सिंगापुर यात्रा के लिहाज से भी इसे काफी अहम माना जा रहा है। पूरे दक्षिण चीन सागर में चीन के आक्रामक रवैये को देखते हुए सिंगापुर लगातार भारत के साथ अपने कूटनीतिक व रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है।
डिजिटल सहयोग, कौशल विकास, कनेक्टिविटी और एडवांस मैन्यूफैक्चरिंग पर हुई चर्चा
बैठक के बाद जयशंकर ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा- ‘ मंत्रिस्तरीय राउंडटेबल बैठक काफी संभावनाओं वाली रही है। हमने डिजिटल, कौशल विकास, हेल्थकेयर, कनेक्टिविटी और एडवांस मैन्यूफैक्चरिंग पर बात की है। बैठक में सिंगापुर की तरफ से उप-प्रधानमंत्री किम योंग, विदेश मंत्री विवियन बाला, गृह व कानून मंत्री के शनमुगम, डिजिटल व सूचना मंत्री जे तियो ने हिस्सा लिया।
वित्त मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि बैठक में खासतौर पर नई प्रौद्योगिकी व दूसरे अत्याधुनिक क्षेत्र जो सामने आ रहे हैं, उनको लेकर विमर्श हुआ है कूटनीतिक संबंध स्थापित होने की 60वीं वर्षगांठ के आयोजन को लेकर भी वार्ता हुई है। आसियान व जी-20 से जुड़े मुद्दों पर भी बातचीत हुई है। इस दौरान सितंबर 2022 में नई दिल्ली में आयोजित पहली मंत्रिस्तरीय राउंडटेबल बैठक की प्रगति की भी समीक्षा की गई।