दिल्ली-एनसीआर में 3 रडार और 180 स्वचालित मौसम पूर्वानुमान प्रणाली की जाएंगी स्थापित : डॉ. जितेंद्र सिंह
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने देश भर में मानसून के मद्देनजर विशेष रूप से लोगों की आशंकाओं और चिंताओं को संबोधित करने के लिए 8 जुलाई को एक उच्च-स्तरीय बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने मौसम पूर्वानुमान प्रणालियों के उन्नयन की समीक्षा की। इस दौरान डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि आने वाले समय में दिल्ली-एनसीआर में तीन रडार और 180 स्वचालित मौसम पूर्वानुमान प्रणाली की स्थापना की जाएंगी। डॉ. जितेंद्र सिंह ने आईएमडी की टीम का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन इन मौसम पूर्वानुमान प्रणालियों के माध्यम से किसानों, मछुआरों और आम आदमी को सशक्त बनाना है। बता दें, पृथ्वी विज्ञान मंत्री, अंतरिक्ष विभाग के मंत्री भी हैं, बैठक के दौरान उन्होंने नई अंतरिक्ष नीति और नई भू-स्थानिक नीति के बहुआयामी लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने हाल ही में लॉन्च किए गए जियोपोर्टल और इसके अनुप्रयोगों का भी उल्लेख किया।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अनुसार केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने सोमवार को यहां एक विशेष उच्च स्तरीय बैठक में कहा कि दिल्ली को मौसम और वर्षा पूर्वानुमान प्रणाली में व्यापक सुधार किया जाएगा। यह बैठक राष्ट्रीय राजधानी सहित देश भर में चल रहे मानसून के मौसम के मद्देनजर जनता की चिंताओं और सुझावों पर विचार करने के लिए बुलाई गई थी। उन्होंने कहा कि पूर्वानुमान प्रणाली को जन-अनुकूल बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा, ताकि नागरिकों के लिए सुविधा और जीवनयापन में आसानी सुनिश्चित हो सके और अप्रत्याशित मौसम परिवर्तनों के कारण मानव दिवसों के साथ-साथ आर्थिक नुकसान को भी बचाया जा सके।
उन्होंने बताया कि मुंबई में दो रडार स्थापित किए गए हैं और चार किए जाने हैं। चेन्नई में तीन रडार पहले से मौजूद हैं वहीं एक रडार कोलकाता में स्थापित किया जाएगा। डॉ सिंह ने कहा कि यह उन्नयन अन्य शहरों में भी जारी रहेगा जिनकी आबादी दस लाख से अधिक है। दिल्ली को उन्नत मौसम और वर्षा पूर्वानुमान प्रणाली मिलेगी। वर्तमान में दिल्ली में 17 स्वचालित मौसम पूर्वानुमान केंद्र हैं।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने आईएमडी की टीम का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन इन मौसम पूर्वानुमान प्रणालियों के माध्यम से किसानों, मछुआरों और आम आदमी को सशक्त बनाना है।