पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के संसद में संबोधन को प्रगति और सुशासन का रोडमैप बताया
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गुरुवार को राष्ट्रपति के संसद के संयुक्त सत्र में संबोधन को व्यापक बताया और कहा कि इसमें प्रगति और सुशासन का रोडमैप प्रस्तुत किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण की प्रशंसा करते हुए कहा, “संसद के दोनों सदनों को राष्ट्रपति जी का अभिभाषण व्यापक और प्रगति और सुशासन का रोडमैप प्रस्तुत करता है।
उन्होंने अभिभाषण में इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत की उपलब्धियों और संभावनाओं के साथ-साथ उन चुनौतियों को भी शामिल किया गया है, जिन्हें नागरिकों के लिए बेहतर जीवन के लिए सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है।
केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने कहा कि राष्ट्रपति का संदेश एकजुटता और देश को आगे ले जाने और 2047 तक इसे विकसित देश बनाने वाला है। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भी राष्ट्रपति के अभिभाषण की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसमें सरकार के निर्णयों का उल्लेख है और आगामी बजट में नई योजनाओं की घोषणाएं की जाएंगी।
राष्ट्रपति ने महामारी और वैश्विक संघर्षों के बावजूद भारत की बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था और विकास पर प्रकाश डालते हुए इसका श्रेय केंद्र सरकार के पिछले दशक में राष्ट्रीय हित में किए गए सुधारों और निर्णयों को दिया। राष्ट्रपति ने भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने भारत की लोकतांत्रिक संस्थाओं की मजबूती पर भी जोर दिया।