पीएम मोदी गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर, 1500 करोड़ की विकास परियोजनाओं की देंगे सौगात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज गुरुवार (20 जून) को जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर रवाना होंगे। पीएम आज शाम करीब छह बजे श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (एसकेकी आईसीसी) में ‘एम्पॉवरिंग यूथ, ट्रान्सफार्मिंग जे एंड के’ युवाओं को सशक्त बनाना, जम्मू-कश्मीर में बदलाव लाना जैसे कार्यक्रमों को सम्बोधित करेंगे।
पीएम करीब 84 प्रमुख विकास परियोजनाओं का करेंगे शिलान्यास और उद्घाटन
पीएम मोदी 1,500 करोड़ रुपये से अधिक लागत की करीब 84 प्रमुख विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री चेनानी-पटनीटॉप-नाशरी खंड के सुधार, औद्योगिक विकास और छह सरकारी डिग्री कॉलेजों के निर्माण जैसी परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे।
पीएम कृषि और सम्बद्ध क्षेत्र में 1,800 करोड़ रुपये की लागत की परियोजनाओं का करेंगे शुभारंभ
पीएम मोदी 1,800 करोड़ रुपये की लागत वाली कृषि और सम्बद्ध क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धात्मकता सुधार (जेकेसीआईपी) परियोजना का भी शुभारंभ करेंगे। यह परियोजना जम्मू-कश्मीर के 20 जिलों के 90 ब्लॉकों में क्रियान्वित की जाएगी। यह 15 लाख लाभार्थियों को कवर करेगी। इस परियोजना की पहुंच तीन लाख परिवारों तक होगी। इसके साथ ही पीएम मोदी सरकारी सेवा में नियुक्त दो हजार से अधिक व्यक्तियों को नियुक्ति पत्र भी वितरित करेंगे।
पीएम 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर श्रीनगर में योग समारोह का करेंगे नेतृत्व
पीएम मोदी 21 जून को 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर श्रीनगर के एसकेआईसीसी में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व करेंगे। इस वर्ष का आयोजन युवा मन और तन पर योग के गहरे प्रभाव पर आधारित है। इस समारोह का उद्देश्य योगाभ्यास में हजारों लोगों को एकजुट करना, वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य और सेहत के प्रति बढ़ावा देना है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने 2015 से योग के महत्व को रेखांकित कर रहे हैं। वह कर्तव्य पथ दिल्ली, चंडीगढ़, देहरादून, रांची, लखनऊ, मैसूर सहित न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय जैसे विभिन्न प्रतिष्ठित स्थानों पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व कर चुके हैं।
इस वर्ष की थीम ‘योग फॉर सेल्फ ऐंड सोसाइटी’ रखा गया है। इसके माध्यम से व्यक्तिगत और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। यह कार्यक्रम मैदानी स्तर पर लोगों की भागीदारी और ग्रामीण क्षेत्रों में योग के प्रसार को प्रोत्साहित करेगा।