आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू आज गुरुवार को करेंगे पदभार ग्रहण
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू गुरुवार यानी आज को पदभार ग्रहण करेंगे। चंद्रबाबू नायडू अमरावती राज्य सचिवालय में शाम करीब 4.41 बजे पदभार संभालेगे। इसी के साथ वे पांच फाइलों पर हस्ताक्षर भी करेंगे जिनमें मेगा डीएससी अधिसूचना, भूमि स्वामित्व अधिनियम को निरस्त करना और लाभार्थियों को मिलने वाली सामाजिक पेंशन को बढ़ाकर 4,000 रुपये प्रति माह करना शामिल है। मुख्यमंत्री कौशल जनगणना और अन्ना कैंटीन के पुनरुद्धार से संबंधित फाइलों को भी मंजूरी देंगे।
चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को आंध्र प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में ली शपथ
चंद्रबाबू नायडू ने बीते बुधवार को विजयवाड़ा में एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के अन्य नेताओं की मौजूदगी में आंध्र प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। मुख्यमंत्री के साथ 24 सदस्यीय मंत्रिमंडल ने भी मंत्रिपद की शपथ ली। इसमें तेलुगु देशम पार्टी, जनसेना पार्टी और भाजपा के विधायक शामिल हैं। आंध्र के राज्यपाल एस अब्दुल नजीर ने मंत्रियों को पद की शपथ दिलाई।
सीएम नायडू ने तिरुमाला पहुंच श्रीवारी मंदिर में की पूजा अर्चना
इससे पहले नायडू ने अपने परिवार के साथ तिरुमाला में श्रीवारी मंदिर में पूजा-अर्चना की। सीएम नायडू बुधवार शाम को तिरुमाला पहुंचे, जहां मंदिर के अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। मुख्यमंत्री की पत्नी नारा भुवनेश्वरी, उनके बेटे और राज्य मंत्री नारा लोकेश, लोकेश की पत्नी नारा ब्राह्मणी और उनका बेटा तिरुमाला में नायडू के साथ थे।
गौरतलब है कि यह चौथी बार है जब नायडू आंध्र के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल रहे हैं और 2014 में राज्य विभाजन के बाद दूसरी बार है। नायडू पहली बार 1995 में आंध्रप्रदेश के विभाजन से पहले मुख्यमंत्री बने थे और उन्होंने लगातार नौ वर्षों तक 2004 तक राज्य का नेतृत्व किया।
टीडीपी सुप्रीमो 2014 में विभाजित आंध्र के मुख्यमंत्री के रूप में लौटे और 2019 तक पद पर रहे। नायडू ने टीडीपी-बीजेपी-जनसेना राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को विधानसभा के साथ-साथ संसदीय चुनावों में भी भारी जीत दिलाई थी। आंध्र प्रदेश की 175 सदस्यीय विधानसभा में टीडीपी के पास 135 विधायक हैं, जबकि उसके सहयोगी जनसेना पार्टी के पास 21 और बीजेपी के पास आठ विधायक हैं। विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी महज 11 विधायकों तक ही सीमित रह गई।