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Weather Alert: उत्तर भारत में अगले तीन दिन तक गर्मी से कोई राहत नहीं, जानें बारिश का क्या है अनुमान

Weather Alert: उत्तर भारत में अगले तीन दिन तक गर्मी से कोई राहत नहीं, जानें बारिश का क्या है अनुमान
  • PublishedMay 28, 2024

देश के पहाड़ी इलाकों के साथ समूचे उत्तर भारत में अगले तीन दिन तक गर्मी का सितम यूं ही बरकरार रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान के अलग अलग स्थानों पर अगले तीन दिन तक उष्ण लहर चलने की संभावना है।

तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहने की संभावना
मौसम विभाग ने पश्चिमी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर और हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के अलग -अलग स्थानों पर 30 मई को उष्ण लहर रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार 29 मई को पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान के अधिकांश स्थानों पर पश्चिम राजस्थान के कुछ स्थानों पर, उत्तर प्रदेश और पश्चिम मध्य प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर उष्ण लहर से भीषण उष्ण लहर रहने की संभावना है। जम्मू संभाग, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ के अलग -अलग स्थानों में उष्ण लहर चलने की संभावना है। तापमान की बात करें तो इन सभी राज्यों में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहने की संभावना है।

पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम में भारी बारिश होने की संभावना
उप हिमालय पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इन क्षेत्रों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अरुणाचल प्रदेश में 28 मई को भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। इसके साथ असम एवं मेघालय में 27 और 28 मई को अलग -अलग स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश होने की संभावना है जबकि 29 और 30 को भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। इन क्षेत्रों में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है।

सामान्‍य से अधिक वर्षा का अनुमान
उधर मौसम विभाग ने इस वर्ष जून से सितम्‍बर तक मॉनसून में सामान्‍य से अधिक वर्षा का अनुमान व्‍यक्‍त किया है। मौसम विभाग के महानिदेशक डॉक्‍टर मृत्‍युंजय महापात्रा ने ये जानकारी दी। डॉक्‍टर महापात्रा ने कहा कि अगले पांच दिन में मॉनसून के केरल पहुंचने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। उत्तर पश्चिम भारत के उत्तरी भाग, पूर्वोत्तर भारत और मध्य भारत के पूर्वी भाग और पूर्वी भारत के आसपास के क्षेत्रों को छोड़कर, जहां सामान्य से सामान्य से कम वर्षा होने की संभावना है, देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है।