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Ramnavami: अयोध्या राम मंदिर में 15 से 18 अप्रैल तक नहीं होगा VIP दर्शन, ऑनलाइन बने सभी पास किये गए निरस्त

Ramnavami: अयोध्या राम मंदिर में 15 से 18 अप्रैल तक नहीं होगा VIP दर्शन, ऑनलाइन बने सभी पास किये गए निरस्त
  • PublishedApril 15, 2024

अयोध्या में रामनवमी की तैयारी तेज हो गई है। पुलिस प्रशासन से लेकर मंदिर प्रशासन तक श्रद्धालुओं के भव्य रामलला के दर्शन के लिए इंतजाम में लगे हुए हैं। ऐसे में रामनवमी पर श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला का वीआईपी दर्शन नहीं हो पायेगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की ओर से रामलला के 15 से 18 अप्रैल तक वीआईपी दर्शन को पूर्ण रूप से प्रतिबंध किया गया है। इस दौरान किसी भी तरह के वीआईपी दर्शन और पहले से बने वीआईपी पास पर रोक लगा दी गई है।

ऑनलाइन पास भी किए गए निरस्त
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने गाइडलाइन जारी किया है। जिसमें 15 अप्रैल से 18 अप्रैल तक किसी भी तरह के वीआईपी दर्शन और वीआईपी पास पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है। इस दौरान श्रद्धालु सुगम दर्शन पास और आरती के पास का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। 15 अप्रैल से 18 अप्रैल तक के बीच के ऑनलाइन बना लिए गए पास निरस्त किये गए हैं।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने लोगों से अपील किया है कि राम लला के जन्मोत्सव के मौके पर मोबाइल लेकर राम जन्मभूमि ना आएं। साथ ही रामलला के दर्शन को लेकर जारी पूर्व पास को राम मंदिर ट्रस्ट ने निरस्त किया।

कन्ट्रोल रूम पूर्ण रूप से स्थापित
इसके अलावा रामनवमी मेले के लिए नया घाट पुलिस चौकी के पीछे कन्ट्रोल रूम पूर्ण रूप से स्थापित और सक्रिय हो गया है। यहां पर अधिकारियों की 24 घंटे ड्यूटी लगायी गयी है, जिसमें पुलिस विभाग और सिविल विभाग के अधिकारी व सहायक तैनात किये गये हैं।

मेला नियंत्रण कक्ष के नम्बर 05278-232043, 232044, 232046, 232047, 9120989195, 9454402642 पर कोई भी व्यक्ति जानकारी का आदान प्रदान कर सकता है। इसके अलावा सम्बंधित अधिकारियों को अपने-अपने जोन व सेक्टर क्षेत्र का पूर्व में ही भ्रमण करके वस्तुस्थिति से अवगत होने तथा जोनल प्रभारी व सेक्टर प्रभारी आपस में सामंजस्य बनाकर कार्य करने के निर्देश दिये गये हैं। घाट जोन, नागेश्वरनाथ जोन, हनुमानगढ़ी मंदिर जोन, कनक भवन मंदिर जोन के लिए मजिस्ट्रेटों और अन्य अधिकारियों को रामनवमी के मद्देनजर पूरी तरह से अलर्ट रहने के निर्देश दिये गये हैं। अधिकारियों और कर्मचारियों की तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है।