ब्रिटेन, कनाडा के CA को भारत में प्रैक्टिस करने की दी जा सकती है अनुमति: आईसीएआई अध्यक्ष
देश में चार्टर्ड अकाउंटेंट की शीर्ष निकाय आईसीएआई के नवनिर्वाचित अध्यक्ष सीए रंजीत कुमार अग्रवाल ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही। उन्होंने कहा कि देश को 2047 तक विकसित अर्थव्यवस्था बनने के लिए कर-जीडीपी अनुपात में सुधार होना चाहिए। इसी दौरान उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिटेन और कनाडा के चार्टर्ड अकाउंटेंट को पारस्परिक आधार पर भारत में प्रैक्टिस करने की अनुमति दी जा सकती है।
ब्रिटेन और कनाडा के चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) के लिए भारत अपने दरवाजे खोल सकता है। यानी ब्रिटेन और कनाडा के सीए को पारस्परिक आधार पर भारत में प्रैक्टिस करने की अनुमति दी जा सकती है। जी हां, इस संबंध में द् इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव दिया है। आईसीएआई सरकार को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) अनुपात में कर बढ़ाने के साथ-साथ हरित वित्त पर भी सुझाव देगी।
देश को 2047 तक विकसित अर्थव्यवस्था बनने के लिए कर-जीडीपी अनुपात में सुधार होना चाहिए
देश में चार्टर्ड अकाउंटेंट की शीर्ष निकाय आईसीएआई के नवनिर्वाचित अध्यक्ष सीए रंजीत कुमार अग्रवाल ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही। उन्होंने कहा कि देश को 2047 तक विकसित अर्थव्यवस्था बनने के लिए कर-जीडीपी अनुपात में सुधार होना चाहिए। इसी दौरान उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिटेन और कनाडा के चार्टर्ड अकाउंटेंट को पारस्परिक आधार पर भारत में प्रैक्टिस करने की अनुमति दी जा सकती है।
यह पहली बार होगा जब किसी देश के चार्टर्ड अकाउंटेंट को भारत में प्रैक्टिस करने की दी जाएगी अनुमति
द् इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के नवनिर्वाचित अध्यक्ष रंजीत कुमार अग्रवाल ने कहा कि यह पहली बार होगा जब किसी देश के चार्टर्ड अकाउंटेंट को भारत में प्रैक्टिस करने की अनुमति दी जाएगी। दरअसल, यह प्रस्ताव ब्रिटेन और कनाडा के साथ भारत की मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए जारी बातचीत का हिस्सा है।
भारत की मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए जारी बातचीत का है हिस्सा
नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने अपने संबोधन में दृष्टि (DRISHTI) का अर्थ समझाते हुए कहा कि ‘दृष्टिकोण’ जो संस्थान को डिजिटलीकरण (डी), अनुसंधान (आर), अखंडता (आई), कौशल (एस), हैंड होल्डिंग (एच), पारदर्शिता (टी), और स्वतंत्रता (आई) के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की ओर ले जाएगा। उनका कहना था कि नैतिकता, अखंडता और स्वतंत्रता की आधारशिला पर स्थापित सीए पेशा भारत को आगे बढ़ाने और 2047 तक दुनिया की आर्थिक महाशक्ति बनने की दिशा में काम करेगा।
देश में चार्टर्ड अकाउंटेंट की काफी मांग
भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान के अध्यक्ष ने कहा कि कृत्रिम मेधा (एआई) से लेखा कार्यों में मदद मिलेगी। इससे चार्टर्ड अकाउंटेंट को विश्लेषणात्मक काम पर ध्यान केंद्रित करने के लिए काफी समय मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि देश में चार्टर्ड अकाउंटेंट की काफी मांग है।
20 से 25 साल में करीब 30 लाख सीए की जरूरत
आईसीएआई अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा कि आईसीएआई का अनुमान है कि अगले 20 से 25 साल में करीब 30 लाख सीए की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि पिछले साल करीब 22 हजार छात्रों ने चार्टर्ड अकाउंटेंट की परीक्षा पास की है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, आईसीएआई ने सीए रंजीत कुमार अग्रवाल को अध्यक्ष और सीए चरणजोत सिंह नंदा को उपाध्यक्ष चुना है। सीए रणजीत कुमार अग्रवाल संस्थान के 72वें अध्यक्ष के रूप में वर्ष 2024-25 तक इस पद पर रहेंगे। देश भर में 4 लाख से अधिक सदस्यों और 8.5 लाख से अधिक छात्रों के साथ आईसीएआई सबसे बड़ा लेखांकन संस्थान है।
उल्लेखनीय है कि साल 1949 में स्थापित आईसीएआई का मुख्यालय राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में स्थित है। इसके पांच क्षेत्रीय कार्यालय मुंबई, चेन्नई, कानपुर, कोलकाता और नई दिल्ली में स्थित हैं। अपनी 175 शाखाओं के माध्यम से आईसीएआई पूरे देश में फैला हुआ है। आईसीएआई का भारत के बाहर विदेश में 50 चेप्टर स्थापित हैं। इसके अलावा दुबई में भी इसका एक कार्यालय कार्यरत है।