यूपी में आज 10 लाख करोड़ की 14,000 परियोजनाओं का होगा शुभारंभ, 34 लाख रोजगार के अवसरों की संभावनाओं के खुलेंगे द्वार
दुनियाभर के तकरीबन 4,000 प्रतिभागियों के प्रतिभाग करने की संभावना है, जिसमें जाने माने उद्योगपति, फॉर्च्यून ग्लोबल/इंडिया 500 कंपनियां, विदेशी निवेशक भागीदार, राजदूत/उच्चायुक्त एवं अन्य प्रतिष्ठित अतिथि शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही यूपी सरकार के लिए आज, सोमवार का दिन बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहा है। दरअसल, आज लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी 4.0) के जरिए प्रदेशभर में 10 लाख करोड़ से ज्यादा की 14 हजार से अधिक परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। इसके साथ ही प्रदेश में करीब 34 लाख रोजगार के अवसरों की संभावनाओं के द्वारा भी खुल जाएंगे।
दुनियाभर के तकरीबन 4,000 प्रतिभागियों के भाग लेने की संभावना
जी हां, दुनियाभर के तकरीबन 4,000 प्रतिभागियों के प्रतिभाग करने की संभावना है, जिसमें जाने माने उद्योगपति, फॉर्च्यून ग्लोबल/इंडिया 500 कंपनियां, विदेशी निवेशक भागीदार, राजदूत/उच्चायुक्त एवं अन्य प्रतिष्ठित अतिथि शामिल हैं। ऐसे में कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए इन्वेस्ट यूपी द्वारा अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई हैं। इसमें विशिष्ट अतिथियों के होटल अरेंजमेंट के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। एयरपोर्ट, हेल्प डेस्क, व्हीकल अरेंजमेंट, पार्किंग के साथ ही रजिस्ट्रेशन के लिए भी प्रमुख लोगों को नियुक्त किया गया है। आने वाले डेलीगेट्स को गोल्ड, सिल्वर और रेड पास उपलब्ध कराए गए हैं। प्रदर्शनी स्थल पर 10 अलग-अलग पवेलियन बनाए गए हैं, जिनमें एआई पवेलियन, टेक्सटाइल, डाटा सेंटर/इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी, वेयरहाउस एंड लॉजिस्टिक्स, फिल्म सिटी, इन्वेस्ट यूपी/टॉप इन्वेस्टर्स, मेडिकल डिवाइसेज, ईवी एंड रिन्यूएबल एनर्जी और डिफेंस/एयरोस्पेस शामिल हैं। आयोजन में स्टील के शिपिंग कंटेनर्स को बेस बनाकर जर्मन हैंगर बनाए गए हैं। साथ ही यहां श्रीराम जन्मभूमि मंदिर समेत डिफेंस के तमाम इक्विपमेंट्स के 3डी रेप्लिका मॉडल्स को दर्शाया जाएगा। इसके साथ ही यीडा क्षेत्र में बनने जा रही फिल्म सिटी की भी पहली झलक यहां देखने को मिलेगी।
‘बदलते यूपी’ की दिखेगी झलक
जीबीसी के उद्घाटन के साथ ही एक भव्य प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें 9 से ज्यादा विशेष सेक्टर्स को शोकेस किया जाएगा। 1250 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में 3 दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इसमें एआई पवेलियन, टेक्सटाइल, लॉजिस्टिक्स एवं वेयरहाउसिंग, डिफेंस एवं एयरोस्पेस, डेटा सेंटर, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी, ईवी एवं नवीकरणीय ऊर्जा, फिल्म सिटी, मेडिकल इक्विप्मेंट्स व ओडीओपी प्रमुख हैं। साथ ही सेक्टोरल सेशंस का भी आयोजन होगा जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (एफडीआई) व कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की वर्तमान स्थिति और भविष्य की रूपरेखा को दर्शाया जाएगा।
पूरे प्रदेश में बहेगी निवेश की बयार
जीबीसी के जरिए प्रदेश में 10,23,537 करोड़ की 14,619 परियोजनाओं का शुभारंभ होने जा रहा है। सबसे खास बात ये है कि प्रदेश के सभी हिस्सों और जिलों में ये निवेश होगा। इसके अंतर्गत सर्वाधिक 52 प्रतिशत निवेश परियोजनाओं की शुरुआत प्रदेश के पश्चिमांचल हिस्से में होगी। पूर्वांचल में 29 प्रतिशत, मध्यांचल में 14 प्रतिशत और बुंदेलखंड में 5 प्रतिशत निवेश परियोजनाओं को धरातल पर उतारा जाएगा। प्रदेश के सभी 75 जिलों में निवेश परियोजनाओं की शुरुआत होगी। इसमें 19 जिले ऐसे हैं जिन्होंने निवेश लक्ष्य का शत प्रतिशत से भी ज्यादा हासिल किया। इसमें एटा ने 354 प्रतिशत, सीतापुर ने 145, शाहजहांपुर ने 127, सोनभद्र ने 121, चंदौली ने 117, मुजफ्फरनगर और मुरादाबाद ने 114, मीरजापुर ने 113 प्रतिशत, हरदोई ने 111, अमेठी ने 108, बाराबंकी ने 108, फतेहपुर, गोंडा ने 105 प्रतिशत, बरेली ने 104, रामपुर ने 103, बहराइच ने 101 और लखीमपुर खीरी, भदोही व बिजनौर ने 100 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया है।
सभी सेक्टर्स में हो रहा निवेश
अधिकांश 19.24 प्रतिशत निवेश आवास में होना निर्धारित है। इसके अलावा 15 प्रतिशत निवेश रिन्यूएबल एनर्जी में, 13 प्रतिशत मैन्युफैक्चरिंग में, 10 प्रतिशत आईटी एवं आईटी आधारित सेवाओं में, 7.83 प्रतिशत लॉजिस्टिक्स एवं वेयरहाउसिंग में, 7.5 प्रतिशत ऊर्जा में, 6.01 प्रतिशत फूड प्रॉसेसिंग में, 5.27 प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में, 2.96 प्रतिशत शिक्षा में स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही, कृषि (0.37%), पशुपालन (0.25%), ऑटोमोबाइल एवं इलेक्ट्रिक वाहन (0.33%), जैव ईंधन/बायोमास (0.82%), डेयरी (1.04%), डिफेंस एवं एयरोस्पेस (0.55%), डिस्टलरीज (0.84%), वित्तीय सेवाएं (0.12%), खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति (1.08%), स्वास्थ्य सेवाएं (2.73%), आतिथ्य एवं मनोरंजन (2.78%), अवस्थापना (0.02%), टेक्सटाइल एवं हथकरघा (1.28%), काष्ठ आधारित उद्योग (1.00%) और अन्य क्षेत्र (0.11%) में भी निवेश परियोजनाओं की शुरुआत होगी।
16 विभागों ने प्राप्त किया शत प्रतिशत लक्ष्य
37 विभागों के माध्यम से प्रदेश में 10 लाख करोड़ से अधिक की जो परियोजनाएं शुरू हो रही हैं, उसमें 37 विभाग अपना योगदान दे रहे हैं। इनमें 16 विभाग ऐसे हैं जिन्होंने 100 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य हासिल किया है। इसमें बेसिक शिक्षा विभाग ने 888 प्रतिशत, फूड एंड सिविल सप्लाई (226%), वन विभाग (182%), आयुष (173%), पशुपालन (167%), ऊर्जा (165%), माध्यमिक शिक्षा (139%), तकनीकी शिक्षा (133%), उद्यान (120%), अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत (114%), केन डेवलपमेंट एंड शुगर इंडस्ट्री (112%), चिकित्सा शिक्षा (110%), स्वास्थ्य (105%), यीडा (103%), नागरिक उड्डयन (100%) और जीनीडा (100%) शामिल हैं।
पहले हो चुकी हैं 3 जीबीसी
उल्लेखनीय है कि यूपी सरकार अब तक तीन ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित कर चुकी है, जिसके जरिए 2.10 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश धरातल पर उतारा गया था। इस बार यह सरकार का चौथा ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह है।फरवरी-2018 में पहली बार यूपी इन्वेस्टर्स समिट का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया था। समिट में 4.28 लाख करोड़ के 1,045 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे। जुलाई-2018 में प्रथम ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह तथा जुलाई 2019 में दूसरा ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह आयोजित किया गया, जिसमें क्रमशः 61,792 करोड़ के निवेश वाली 81 परियोजनाओं तथा 67,202 करोड़ के निवेश वाली लगभग 290 परियोजनाओं का सफलतापूर्वक शुभारंभ किया गया। जून 2022 में, ग्राउंड-ब्रेकिंग समारोह के तीसरे संस्करण का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 80,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश वाली 1,400 से अधिक परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया।