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एस जयशंकर ने म्यूनिख में फिलिस्तीन के विदेश मंत्री रियाद अल-मलिकी से मुलाकात की और गाजा की स्थिति पर चर्चा की

एस जयशंकर ने म्यूनिख में फिलिस्तीन के विदेश मंत्री रियाद अल-मलिकी से मुलाकात की और गाजा की स्थिति पर चर्चा की
  • PublishedFebruary 19, 2024

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को म्यूनिख में फिलिस्तीन के विदेश मंत्री रियाद अल-मलिकी से मुलाकात की और गाजा की स्थिति पर चर्चा की। जर्मनी में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन 16 से 18 फरवरी तक आयोजित किया गया।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को म्यूनिख में फिलिस्तीन के विदेश मंत्री रियाद अल-मलिकी से मुलाकात की और गाजा की स्थिति पर चर्चा की। जर्मनी में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन 16 से 18 फरवरी तक आयोजित किया गया। एमएससी ने फरवरी 2024 में सबसे महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं पर चर्चा के लिए दुनिया भर के वरिष्ठ निर्णय निर्माताओं और विचारकों को इकट्ठा किया है।

सोशल मीडिया एक्स पर कहा

जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “फिलिस्तीनी मंत्री रियाद अल-मलिकी को देखकर अच्छा लगा।” उन्होंने कहा, “गाजा की मौजूदा स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया।”

https://x.com/DrSJaishankar/status/1759145507019161996?s=20

म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में लिया भाग

विदेश मंत्री इस समय प्रतिष्ठित सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेने के लिए जर्मनी के म्यूनिख में हैं। म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन (MUSC) 2024 दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण सुरक्षा चुनौतियों पर उच्च स्तरीय बहस के लिए एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। बता दें कि तीन दिन का म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन 18 फरवरी तक आयोजित किया गया। इस वर्ष का सम्मेलन पूर्व अमेरिकी राजदूत क्रिस्टोफ़ क्रिस्टोफ़ हेस्जेन की अध्यक्षता में आयोजित किया गया था। म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में शनिवार एक पैनल चर्चा में बोलते हुए जयशंकर ने कहा कि पिछले साल 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल के किबुत्ज़ पर फैलाए गए ‘आतंकवाद’ का कोई औचित्य नहीं था।

पहली बार 1963 में आयोजित हुआ म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन

सम्मेलन के आधिकारिक बयान के अनुसार, इवाल्ड वॉन क्लिस्ट द्वारा इसकी स्थापना के छह दशक बाद, एमएससी ने फरवरी 2024 में सबसे महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं पर चर्चा के लिए दुनिया भर के वरिष्ठ निर्णय निर्माताओं और विचारकों को इकट्ठा किया है। ज्ञात हो कि म्यूनिख अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा नीति के सबसे महत्वपूर्ण वर्तमान और भविष्य के मुद्दों पर खुले और रचनात्मक तरीके से विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए राजनेताओं और विशेषज्ञों के लिए एक स्वतंत्र बैठक स्थल रहा है।

यह सम्मेलन पहली बार 1963 में आयोजित किया गया था और तब से यह अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक बन गया है। यह सम्मेलन म्यूनिख, जर्मनी में होता है और आम तौर पर राज्य के प्रमुखों, रक्षा मंत्रियों, विदेश मंत्रियों और अन्य प्रभावशाली लोग इसमें भाग लेते हैं।

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, से मुलाकात की

वहीं दूसरी ओर डॉ. एस जयशंकर ने जर्मनी में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन से इतर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, से मुलाकात की। एक सोशल मीडिया पोस्ट में डॉ. जयशंकर ने कहा कि उनकी बातचीत पश्चिम एशिया, यूक्रेन और इंडो-पैसिफिक की स्थिति पर केंद्रित थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों में जारी प्रगति की समीक्षा की।