भारत और कतर के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पिछले नौ वर्षों में, व्यापार, निवेश, रक्षा, सुरक्षा, खाद्य, ऊर्जा सुरक्षा और शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में संयुक्त अरब अमीरात के साथ हमारा सहयोग कई गुना बढ़ गया है। देशवासियों का अन्य देश के लोगों से जुड़ाव और सांस्कृतिक संबंध पहले से कहीं अधिक सुदृढ़ हुआ है।’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और कतर की आधिकारिक यात्रा पर रवाना होने से पहले एक बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत और कतर के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं और हाल के वर्षों में दोनों देशों के बहुआयामी संबंध सभी क्षेत्रों में गहरे हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा और शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में यूएई के साथ भारत का सहयोग कई गुना बढ़ा है। यह 2014 के बाद यूएई की प्रधानमंत्री मोदी की सातवीं और 2014 के बाद से कतर की दूसरी यात्रा होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पिछले नौ वर्षों में, व्यापार, निवेश, रक्षा, सुरक्षा, खाद्य, ऊर्जा सुरक्षा और शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में संयुक्त अरब अमीरात के साथ हमारा सहयोग कई गुना बढ़ गया है। देशवासियों का अन्य देश के लोगों से जुड़ाव और सांस्कृतिक संबंध पहले से कहीं अधिक सुदृढ़ हुआ है।’
उन्होंने कहा कि अबू धाबी में वह संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मिलने तथा दोनों देशों की व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर व्यापक विचार-विमर्श करने के लिए उत्सुक हैं। पीएम मोदी ने कहा उन्हें हाल ही में गुजरात में नाहयान की मेजबानी करने का सौभाग्य मिला, जहां वह वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 में मुख्य अतिथि थे।
उन्होंने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री और दुबई के शासक महामहिम शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम के निमंत्रण पर, मैं 14 फरवरी 2024 को दुबई में विश्व सरकार शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं की सभा को संबोधित करूंगा। प्रधानमंत्री महामहिम शेख मोहम्मद बिन राशिद के साथ विचार-विमर्श में शिखर सम्मेलन से इतर दुबई के साथ हमारे बहुमुखी संबंधों को सुदृढ़ करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का भी उद्घाटन करेंगे। उन्होंने कहा, ‘बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) मंदिर सद्भाव, शांति और सहिष्णुता के मूल्यों के प्रति एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी, भारत और संयुक्त अरब अमीरात-दोनों देश इन मूल्यों को साझा करते हैं।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह एक विशेष कार्यक्रम में संयुक्त अरब अमीरात के प्रवासी भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि वह कतर में शेख तमीम बिन हमद अल थानी से मिलने के लिए उत्सुक हैं, उनके नेतृत्व में कतर जबरदस्त विकास और परिवर्तन का गवाह बन रहा है। उन्होंने कहा कि दोहा में 800,000 से अधिक भारतीय समुदाय की उपस्थिति मजबूत संबंधों का प्रमाण है।