शीतलहर और कोहरे की चपेट में समूचा उत्तर भारत, दिल्ली में 3 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़का पारा
समूचे उत्तर भारत में शीतलहर के चलते कड़ाके की ठंड जारी है,इसी बीच मौसम विभाग के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज यानी रविवार की सुबह न्यूनतम तापमान लगभग 3 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया। दिल्ली के सफदरजंग इलाके में न्यूनतम पारा 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी तरह सुबह साढ़े आठ बजे पालम में न्यूनतम तापमान 5.9 डिग्री सेल्सियस, लोधी रोड में 3.4 डिग्री सेल्सियस, आयानगर में 4.0 डिग्री और रिज में 4.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। ठंड और कोहरे के चलते लोगों को आवाजाही में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा जबकि कड़ाके की ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का भी सहारा ले रहे हैं।
इन प्रदेशों में कोहरे का असर जारी
मौसम विभाग के मुताबिक पंजाब,हरियाणा, दिल्ली, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा देखा गया, जबकि जम्मू, चंडीगढ़, पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में घने कोहरे की स्थिति देखी गई। सुबह जम्मू संभाग, पंजाब, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, बिहार, असम और त्रिपुरा में दृश्यता 200 मीटर से नीचे दर्ज की गई। इसके अलावा असम और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में भी कोहरा छाया रहा।
कोहरे के कारण कई ट्रेनों में हुई देरी
रविवार सुबह दिल्ली-एनसीआर के अधिकांश हिस्सों में कोहरा छाया रहा और सड़कों पर दृश्यता (बिजविलटी) शून्य के बराबर पहुंच गया । घने कोहरे के कारण देश के विभिन्न हिस्सों से दिल्ली आने वाली लगभग 22 ट्रेनें देरी से चल रही हैं इसमें कानपुर-नई दिल्ली श्रमशक्ति एक्सप्रेस, सहरसा-नई दिल्ली वैशाली एक्सप्रेस, राजेंद्रनगर-नई दिल्ली एक्सप्रेस, प्रतापगढ़-दिल्ली जंक्शन, इंदौर-नई दिल्ली, वास्को-निजामुद्दीन, चेन्नई-नई दिल्ली, फिरोजपुर-मुंबई एक्सप्रेस, अमृतसरमुंबई मेल और बीकानेर-दिल्ली सराय रोहिल्ला एक्सप्रेस शामिल हैं। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे पर कई उड़ान संचालन भी प्रभावित हुए हैं। राष्ट्रीय राजधानी में घने कोहरे की स्थिति के बाद, दिल्ली पुलिस ने यात्रियों को धीरे-धीरे गाड़ी चलाने और उचित दूरी बनाए रखने की सलाह दी।
16 जनवरी तक और सताएगी ठंड
आईएमडी ने भविष्यवाणी की है कि 16 जनवरी तक अगले 3-4 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में घने कोहरे और शीतलहर मे कमी की संभावना नहीं है।