अब CISF संभालेगी संसद परिसर की सुरक्षा की जिम्मेदारी, गृह मंत्रालय का फैसला
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पत्राचार में नियमित नियुक्ति के लिए सीआईएसएफ की सुरक्षा और फायर विंग को संसद परिसर का सर्वे करने के लिए कहा है।
अब संसद की सुरक्षा की जिम्मेदारी केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को मिलने जा रहा है। इस संबंध में सीआईएसएफ को नियमित नियुक्ति से पहले संसद परिसर का सर्वे करने को कहा गया है।
गृह मंत्रालय ने दिया सर्वे करने का आदेश
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पत्राचार में नियमित नियुक्ति के लिए सीआईएसएफ की सुरक्षा और फायर विंग को संसद परिसर का सर्वे करने के लिए कहा है।
वर्तमान में संसद परिसर की सुरक्षा संभाल रही दिल्ली पुलिस
उल्लेखनीय है कि 13 दिसंबर को लोकसभा में दो युवकों ने दर्शक दीर्घा से छलांग लगाकर सदन में हंगामा किया था। इसके बाद से संसद की सुरक्षा को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार को निशाना बना रहा है। वर्तमान में संसद परिसर की सुरक्षा का जिम्मा दिल्ली पुलिस संभाल रही है।
देश के महत्वपूर्ण परिसरों की सुरक्षा संभालती है CISF
सीआईएसएफ देश के महत्वपूर्ण परिसरों, दिल्ली मेट्रो और एयरपोर्ट की सुरक्षा संभालती है। यह देश का सबसे आधुनिक सुरक्षा साजो-सामान से लैस अर्धसैनिक बल है।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) केवल तीन बटालियनों की संख्या के साथ कुछ संवेदनशील सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को समेकित सुरक्षा कवर उपलब्ध करवाने के लिए 1969 में अस्तित्व में आया। तब से यह बल, प्रमुख बहु कुशल संगठन के रूप में विकसित हुआ है। इसकी वर्तमान स्वीकृत कार्मिकों की संख्या 1,73,355 है। फिलहाल, केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल देशभर में 358 प्रतिष्ठानों को सुरक्षा कवर उपलब्ध करवा रहा है। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का अपना अग्नि स्कंध भी है जो उपरोक्त में से 112 अधिष्ठानों को अपनी सेवाएं प्रदान करता है।
केवल इतना ही नहीं, केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के सुरक्षा कवच में आणविक प्रतिष्ठान, अंतरिक्ष अधिष्ठान, हवाई अड्डे, बंदरगाहें, ऊर्जा संयंत्र आदि सहित देश की अति संवेदनशील अवसंरचनात्मक संबंधी सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा, केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल महत्वपूर्ण सरकारी भवनों, प्रतिष्ठित विरासत स्मारकों और दिल्ली मेट्रो को संरक्षण प्रदान करता है। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के पास एक विशिष्ट वीआईपी सुरक्षा है जो महत्वपूर्ण व्यक्तियों को चौबीस घंटे सुरक्षा उपलब्ध करवाता है।
CISF के बारे में
– सीआईएसएफ, संसद के एक अधिनियम, ‘‘केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल अधिनियम, 1968 (1968 का 50)’’ के तहत स्थापित की गई संघ की एक सशस्त्र सेना है।
– वर्ष 1969 में 3,129 सुरक्षाकर्मियों के साथ स्थापित बल में 01.06.2021 के अनुसार संख्या 1,63,613 तक बढ़ गई।
– सीआईएसएफ में 74 अन्य संगठन, 12 रिजर्व बटालियन और 08 प्रशिक्षण संस्थान हैं।
– अधिदेश के अनुसार, सीआईएसएफ संपत्ति और प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के साथ-साथ परिसर के कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करता है।
– सीआईएसएफ अंतरिक्ष विभाग, परमाणु ऊर्जा विभाग, हवाई अड्डे, दिल्ली मेट्रो, बंदरगाहों, ऐतिहासिक स्मारकों और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, बिजली, कोयला, इस्पात और खनन जैसे भारतीय अर्थव्यवस्था के मूल क्षेत्रों सहित सामरिक प्रतिष्ठान को सुरक्षा प्रदान कर रहा है।
– सीआईएसएफ निजी क्षेत्र की कुछ इकाइयों और दिल्ली में महत्वपूर्ण सरकारी भवनों को भी सुरक्षा प्रदान कर रहा है।
– वर्तमान में सीआईएसएफ, जेड प्लस, जेड, एक्स, वाई के रूप में वर्गीकृत संरक्षित व्यक्तियों को भी सुरक्षा प्रदान कर रहा है।
– सीआईएसएफ एकमात्र ऐसा बल है जिसके पास एक अनुकूलित और समर्पित फायर विंग है।
– सीआईएसएफ एक प्रतिपूरक लागत बल है।