केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने न्यूजीलैंड के व्यापार मंत्री टोड मैक्ले के साथ द्विपक्षीय बैठक की
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कल नई दिल्ली में न्यूजीलैंड के व्यापार मंत्री टोड मैक्ले के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य भारत और न्यूजीलैंड के बीच व्यापार संबंधों को मजबूत करना और आपसी विकास और सहयोग के अवसर तलाश करना था।
दोनों मंत्रियों ने व्यापार सुविधा के महत्व को पहचाना और व्यापार प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने, व्यापार बाधाओं को कम करने और दोनों देशों के व्यवसायों और निवेशकों के लिए अधिक अनुकूल वातावरण को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा की। इस संदर्भ में, न्यूजीलैंड के व्यापार मंत्री श्री मैक्ले ने भारत में लकड़ी के लट्ठों के निर्यात से संबंधित मुद्दे को सुलझाने के लिए भारत द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने जी-20 की भारत की अध्यक्षता और उसके परिणामों की भी सराहना की, जो महत्वपूर्ण मील के पत्थर हैं, क्योंकि यह सभी के लाभ के लिए व्यावहारिक वैश्विक समाधान ढूंढना चाहता है।
श्री गोयल और श्री मैक्ले ने आपसी विश्वास और सम्मान के आधार पर बने दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे मैत्रीपूर्ण संबंधों को स्वीकार किया और द्विपक्षीय व्यापार, निवेश और आर्थिक सहयोग को और बढ़ाने के लिए अपनी-अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कृषि, वानिकी, फार्मा, कनेक्टिविटी, शिक्षा और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में जुड़ाव को गहरा करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
श्री गोयल और श्री मैक्ले ने दोनों देशों में व्यवसायों के बीच जुड़ाव में मजबूत संबंधों को स्वीकार किया और इसको सुनिश्चित करने की आवश्यकता दोनों देशों की सरकारों के बीच संवाद को गति प्रदान करती है। दोनों मंत्रियों की बैठक के दौरान, 1986 के भारत-न्यूजीलैंड व्यापार समझौते के तहत स्थापित संयुक्त व्यापार समिति (जेटीसी) की वार्षिक बैठक और वरिष्ठ स्तर पर नियमित जुड़ाव के महत्व को भी स्वीकार किया गया। मंत्रियों ने इस बात पर सहमति जताई कि व्यापार और निवेश के मुद्दों तथा सहकारी गतिविधियों पर द्विपक्षीय चर्चा के लिए दोनों पक्षों को सुविधाजनक और नियमित आधार पर मिलना चाहिए।
व्यापार और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता में, मंत्रियों ने एक सहयोगपूर्ण दृष्टिकोण के तहत दोनों देशों के बीच जुड़ाव बढ़ाने की आवश्यकता व्यक्त की, जिसमें, जहां भी उपयुक्त हो, संबंधित विभागों और निजी क्षेत्र के अधिकारियों को शामिल किया जाए। आपसी हित के विशिष्ट क्षेत्रों पर कार्य समूह बनाकर व्यापक और अनौपचारिक जुड़ाव का उद्देश्य दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी के लिए नए, नवप्रवतनकारी और उत्पादक दृष्टिकोण के लिए नए विचार लाना है। श्री गोयल और श्री मैक्ले ने इस बात पर जोर दिया कि नई पहलों को वास्तविक पारस्परिक लाभ के लिए प्रौद्योगिकी और विशेषज्ञता के सहयोग को प्रोत्साहित करने, सुविधाजनक बनाने और समन्वयित करने पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए और एक-दूसरे के बाजारों में अवसरों का पता लगाना चाहिए, जो दोनों देशों के व्यवसायों के हित में हैं।
इसके अलावा, दोनों मंत्रियों ने वैश्विक व्यापार गतिशीलता पर विचारों का आदान-प्रदान किया और नियम-आधारित, पारदर्शी और समावेशी बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली के लिए अपने-अपने समर्थन की फिर से पुष्टि की। उन्होंने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (एमसी) से संबंधित मुद्दों पर भी संक्षेप में चर्चा की और एमसी13 के दौरान सार्वजनिक स्टॉक होल्डिंग (पीएसएच) के लंबे समय से चले आ रहे मुद्दे पर निर्णय तक पहुंचने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण के लिए एक-दूसरे को सहयोग और आपसी समझ का आश्वासन दिया।
दोनों मंत्रियों ने गहरे सहयोग की संभावना के बारे में आशावाद व्यक्त किया और द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए रचनात्मक संवाद जारी रखने की अपनी-अपनी प्रतिबद्धता एक बार फिर दोहराई। ये बैठक सकारात्मक रुख के साथ संपन्न हुई, जिसमें दोनों देशों के लाभ के लिए आर्थिक साझेदारी का विस्तार करने की दिशा में मिलकर काम करना जारी रखने की आपसी समझ बनी।a