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दिल्ली एनसीआर में वायु गुणवत्ता अभी गंभीर श्रेणी में, नियमों में सख्ती के लिए 6 सदस्यीय विशेष टास्क फोर्स का हुआ गठन

दिल्ली एनसीआर में वायु गुणवत्ता अभी गंभीर श्रेणी में, नियमों में सख्ती के लिए 6 सदस्यीय विशेष टास्क फोर्स का हुआ गठन
  • PublishedNovember 17, 2023

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक आज सुबह आनंद विहार, आरके पुरम,आईजीआई एयरपोर्ट और द्वारका में एक्यूआई 400 के पार दर्ज हुआ। आनंद विहार में 447 आरके पुरम में 465,आईजीआई एयरपोर्ट के इलाके में 467 और द्वारका में 490 एक्यूआई दर्ज किया गया। वहीं नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ की श्रेणी में बना हुआ है।

दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण से फिलहाल अभी राहत मिलती नजर नहीं आ रही है, वायु की गुणवत्ता का स्तर अभी भी गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। दिल्ली में एक तरफ जहां ठंड बढ़ रही है। तो वहीं दूसरी तरफ वायु प्रदूषण भी बढ़ रहा है। दिल्ली-एनसीआर में बीते दिनों बारिश के चलते हवा की गुणवत्ता में कुछ सुधार हुई थी परंतु दिवाली के बाद एक्यूआई का स्तर फिर से बढ़ गया है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक आज सुबह आनंद विहार, आरके पुरम,आईजीआई एयरपोर्ट और द्वारका में एक्यूआई 400 के पार दर्ज हुआ। आनंद विहार में 447 आरके पुरम में 465,आईजीआई एयरपोर्ट के इलाके में 467 और द्वारका में 490 एक्यूआई दर्ज किया गया। वहीं नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ की श्रेणी में बना हुआ है।

एक्यूआई का पैरामीटर

बता दें कि 0-50 के बीच के AQI को अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब, 401 और 450 के बीच गंभीर और 450 से ऊपर बहुत गंभीर माना जाता है। दिल्ली सरकार और आईआईटी कानपुर द्वारा बीते दिनों ज्वाइंट प्रोजेक्ट चलाया गया। इसके परिणाम स्वरूप राजधानी के वायु प्रदूषण में वाहनों के उत्सर्जन 38 फीसदी से घटकर गुरुवार को 25 फीसदी हो गई।

6 सदस्यीय विशेष टास्क फोर्स का हुआ गठन

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि शहर में जीआरएपी-IV नियमों का कड़ाई से पालन करने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ दिल्ली सचिवालय में एक समीक्षा बैठक की गई। जिसमें वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने व ग्रैप के चौथे चरण को सख्ती लागू करने के लिए 6 सदस्यीय विशेष टास्क फोर्स का गठन किया।
गोपाल राय ने बताया कि इस टास्क फोर्स में विशेष परिवहन आयुक्त, डीसीपी (मुख्यालय) ट्रैफिक पुलिस, उपायुक्त, राजस्व (मुख्यालय), एमसीडी और पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता शामिल हैं। काम टास्क फोर्स प्रतिदिन संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित करके सामने आने वाली समस्याओं को दूर कर कार्यान्वयन रिपोर्ट सरकार को देंगे। पर्यावरण मंत्री ने कहा कि प्रदूषण की मौजूदा स्थिति के कारण पर्यावरण विशेषज्ञों का मानना है कि अगले 2 से 3 दिनों तक शहर का एक्यूआई बेहद ‘खराब’ श्रेणी में रहेगा।

पर्यावरण मंत्री ने बताया कि GRAP-4 के तहत BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल, LMV (4 पहिया वाहन) के परिचालन पर प्रतिबंध लागू कर दिया गया है। अब तक 16,689 बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल वाहनों पर जुर्माना लगाया गया है। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर मोटर वाहन अधिनियम 1988 के तहत 20,000 रुपये का जुर्माना लगाने का प्रावधान है, इसके लिए परिवहन विभाग की 84 टीमें और दिल्ली पुलिस की 284 टीमें तैनात की गई हैं।

उन्होंने बताया कि 3 नवंबर से अब तक पीयूसी चेकिंग अभियान के तहत 19,227 वाहनों पर जुर्माना लगाया गया है, उन्होंने आगे कहा, “GRAP-4 के तहत 6046 ट्रकों (जो आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं से संबंधित नहीं थे) को सीमा से वापस कर दिया गया, साथ ही दिल्ली के अंदर आने वाले 1316 वाहनों पर जुर्माना लगाया गया।

GRAP-4 के तहत कुल 591 टीमें तैनात

मंत्री गोपाल राय ने बताया कि अब तक GRAP-4 के तहत कुल 591 टीमें तैनात की गई हैं। जो दिल्ली के अंदर विभिन्न स्थानों पर चल रहे निर्माण स्थलों का निरीक्षण और मानदंडों के उल्लंघन पर कार्रवाई कर रहे हैं। अभी तक 3895 निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया जा चुका है। जिसमें 921 निर्माण स्थलों पर चालान जारी किए गए हैं, पर्यावरण मंत्री ने बताया

ग्रीन दिल्ली ऐप पर दर्ज करायें प्रदूषण की आपत्ति

एंटी-ओपन बर्निंग अभियान के लिए 611 टीमों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा खुले में आग जलाने पर रोक लगाने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। पर्यावरण मंत्री ने लोगों से अपील की है अगर उन्हें प्रदूषण से जुड़ा कोई निर्माण कार्य दिखे ग्रीन दिल्ली ऐप पर अपनी आपत्ति दर्ज करायें।