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G20 की घोषणाएं लागू करने के लिए नीति आयोग करेगा कार्यशाला का आयोजन

G20 की घोषणाएं लागू करने के लिए नीति आयोग करेगा कार्यशाला का आयोजन
  • PublishedNovember 8, 2023

यह वर्कशॉप लैंगिक समानता और सशक्तिकरण पर काम करने वाले विशेषज्ञों, उद्यमियों, नवप्रवर्तकों, शिक्षाविदों, थिंक-टैंकों के प्रतिनिधियों और सरकार के विभिन्न विचारों को एक साथ लाने का प्रयास करेगी ताकि इसमें उल्लिखित उद्देश्यों और परिणामों को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ने के रास्ते और आवश्यक संसाधनों की पहचान की जा सके।

नीति आयोग G20 के नेताओं की घोषणा में किए गए उल्लेख के अनुसार महिला नेतृत्व वाले विकास की ओर विषय पर आज बुधवार (8 नवंबर) को नई दिल्ली में कार्यशाला आयोजित की जा रही है। इस कार्यशाला का उद्देश्य सामाजिक-आर्थिक विकास का नेतृत्व करने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कार्रवाई योग्य रणनीतियों की पहचान करना और विकसित करना है। यह कार्यशाला G20 नेताओं की घोषणा (NDLD) में चर्चा किए गए 10 विषयों पर आयोजित की जा रही G20 फीडर विषयगत कार्यशालाओं की श्रृंखला के अंतर्गत आठवीं वर्कशॉप होगी।

वर्कशॉप सरकार के विभिन्न विचारों को एक साथ लाएगी

यह वर्कशॉप लैंगिक समानता और सशक्तिकरण पर काम करने वाले विशेषज्ञों, उद्यमियों, नवप्रवर्तकों, शिक्षाविदों, थिंक-टैंकों के प्रतिनिधियों और सरकार के विभिन्न विचारों को एक साथ लाने का प्रयास करेगी ताकि इसमें उल्लिखित उद्देश्यों और परिणामों को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ने के रास्ते और आवश्यक संसाधनों की पहचान की जा सके।

खंडो में होगी वर्कशॉप

वर्कशॉप को सेक्शन में बांटा जाएगा। प्रत्येक सेक्शन का लक्ष्य विशिष्ट कार्य बिंदुओं और रणनीतियों में एकजुट होना होगा जो नई दिल्ली में G20 नेताओं की घोषणा (NDLD) में निर्धारित विज़न को लागू करने के लिए आवश्यक हैं। इन खंडो में अर्थव्यवस्था में महिलाएँ: महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण को बढ़ाना, महिला समूह: स्वयं सहायता समूह, महिलाओं के नेतृत्व वाले कृषक उत्पाद संगठन और ग्रामीण महिलाओं की नेतृत्व क्षमताओं को मजबूत करना, महिलाएं और कार्य का भविष्य: नौकरियों तक पहुंच के लिए डिजिटल और कौशल अंतर को समाप्त करना और महिला उद्यमिता को मजबूत करना, महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कानूनी सुरक्षा उपाय आदि शामिल है।

इस कार्यशाला से उद्योग, शिक्षाविदों, विशेषज्ञों और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के लिए व्यापक लैंगिक समानता और सशक्तिकरण के लिए एक रूपरेखा तैयार करने और सहयोग करने का अवसर मिलेगा।